शिक्षा मंत्री ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हेल्पलाइन शुरू करने के बाद कहा, हमारे राज्य के उच्चतर शिक्षा विभाग की कक्षाओं में पढऩे वाले अधिकांश छात्र निम्न मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं। उन्हें अपने तनाव के स्तर को कम करने के लिए कोई भी समाधान और मार्गदर्शन नहीं मिलता है। कोई भी छात्र लॉकडाउन के कारण तनावग्रस्त होकर अपनी पढ़ाई न छोड़े, इसलिए यह हेल्पलाइन एक मार्गदर्शक एजेंट के रूप में काम करेगी।
छात्रों के बीच मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे, तनाव, चिंता, अवसाद, असंतोष को कम करने और आगे बढऩे को प्रेरित करने के लिए चार सरकारी कॉलेजों में ‘मेसर्स योवर दोस्त’ एजेंसी के साथ मिलकर एक काउंसलिंग हेल्पलाइन शुरू की है। नेशनल लॉकडाउन की इस अवधि के दौरान हरियाणा में सरकारी कॉलेजों के सभी छात्रों के लिए मेसर्स योवर द्वारा प्रदान की जाने वाली हेल्पलाइन की सेवाओं का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है।
खास बात यह कि इस एजेंसी ने कोविड-19 के संकट की इस घड़ी में इसे मुफ्त में करने पर सहमति व्यक्त की है। उच्चतर कक्षाओं में पढऩे वाले करीब 3 लाख 50 हजार छात्रों की कॉल का प्रबंधन करने के लि ए, विभाग ने एक अन्य एजेंसी ‘मैसर्स टच बेस’ के साथ भी करार किया है जो टेलीमेडिसिन ऐप प्रदान करेगा। मैसर्स टचबेस एजेंसी हरियाणा के सरकारी कॉलेजों व यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले मनोविज्ञान के शिक्षकों को परामर्श देने के लिए भी सहमत हो गई है। एजेंसी द्वारा 180 मनोविज्ञान शिक्षकों को पहले से ही एजेंसी द्वारा प्रशिक्षित किया जा चुका है जो इस कोवीड-19 संकट के दौरान छात्रों को परामर्श देंगे।