2011 के राज्यसभा चुनाव में अपने नामांकन पत्र के शपथपत्र में उन्होंने बताया था कि वह बी.कॉम. प्रथम वर्ष तक पढ़ी हैं। लखनऊ में कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रमुख मोहम्मद तौहीद सिद्दीकी नजमी ने अपनी शिकायत में कहा है कि ईरानी ने 2014 के शपथ-पत्र में खुद को डीयू से स्नातक बताया, फिर 2019 में बी. कॉम. प्रथम वर्ष पास बताया। उन्होंने कहा है कि ऐसा कैसे है, क्या 2004 के बाद से स्मृति ईरानी ने अपनी डिग्री को पानी में बहा दिया है। कांग्रेस नेता ने मंत्री की उम्मीदवारी रद्द करने और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।