वर्तमान में बहुत से लोग Data Science और Machine Learning को एक ही चीज मान लेते हैं जो कि पूरी तरह से गलत है। डाटा साइंस तथा मशीन लर्निंग आपस में एक-दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर है परन्तु एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। डाटा साइंस जहां बहुत बड़ी मात्रा में डाटा का मैनेंजमेंट करने का विज्ञान है वही मशीन लर्निंग इस डाटा का एल्गोरिद्म के रूप में उपयोग करने की कला। दोनों के लिए ही कुछ बेसिक चीजें आनी चाहिए जैसे कि प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज Python, SAS, R (तथा) Scala पर जबरदस्त कमांड, केल्कुलेटिव माइंड तथा पॉवरफुल तार्किक क्षमता। इसके साथ ही कम्प्यूटर साइंस में रूचि भी होना अनिवार्य है। इन दोनों सब्जेक्ट्स में अच्छी पकड़ होने का अर्थ है कि आप आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का बेस भी डाटा साइंस तथा मशीन लर्निंग ही है। इन्हीं दोनों के समुचित प्रयोग से रोबोट्स तथा मशीनों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की पॉवर दी जाती है ताकि वो किसी खास उद्देश्य को पूरा कर सकें।
वर्तमान में बहुत से लोग Data Science और Machine Learning को एक ही चीज मान लेते हैं जो कि पूरी तरह से गलत है। डाटा साइंस तथा मशीन लर्निंग आपस में एक-दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर है परन्तु एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। डाटा साइंस जहां बहुत बड़ी मात्रा में डाटा का मैनेंजमेंट करने का विज्ञान है वही मशीन लर्निंग इस डाटा का एल्गोरिद्म के रूप में उपयोग करने की कला। दोनों के लिए ही कुछ बेसिक चीजें आनी चाहिए जैसे कि प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज Python, SAS, R (तथा) Scala पर जबरदस्त कमांड, केल्कुलेटिव माइंड तथा पॉवरफुल तार्किक क्षमता। इसके साथ ही कम्प्यूटर साइंस में रूचि भी होना अनिवार्य है। इन दोनों सब्जेक्ट्स में अच्छी पकड़ होने का अर्थ है कि आप आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का बेस भी डाटा साइंस तथा मशीन लर्निंग ही है। इन्हीं दोनों के समुचित प्रयोग से रोबोट्स तथा मशीनों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की पॉवर दी जाती है ताकि वो किसी खास उद्देश्य को पूरा कर सकें।