शिक्षा विभाग के लिए शिक्षक व ऐप प्रोग्रामर अलवर के इमरान खान ने दिशारी ऐप विकसित किया था। उन्होंने शिक्षण के ५२ ऐप बनाकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय को दिए हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन में इमरान का सम्मान कर चुके हैं। ऐप के माध्यम से सामान्य ज्ञान, करंट अफेयर्स, गणित, रीजनिंग, सामान्य विज्ञान, कम्प्यूटर, हिंदी व्याकरण आदि का ज्ञान दिया जा रहा है। रोजाना रात 8 बजे एग्जाम होता है जिसमें १५ हजार से ज्यादा प्रश्नों में से पूछा जाता है। ऐसे में युवा घर बैठे ऐप की मदद से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। रोजाना हो रहे ऑनलाइन टेस्ट में अपने रिजल्ट के जरिए युवा अपना आंकलन कर रहे हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्र के युवा अधिक हैं। दिशारी ऐप पर ६ महीने से विशेष फोकस किया जा रहा है। युवाओं के लिए यह काफी मददगार साबित हो रहा है।
– इमरान खान, ऐप डवलपर
इस साल कॉलेजों में डिजीटल एजुकेशन पर फोकस किया जा रहा है। ई-लर्निंग के लिए १४ ऐप व वेबसाइट उपलब्ध हैं।
आशुतोष एटी पेडणेकर, आयुक्त, कॉलेज शिक्षा १४ सरकारी ऐप और वेबसाइट पढ़ाई के लिए
(1) नेशनल मिशन ऑन लाइब्रेरीज
(2) नेशनल लाइब्रेरी
(3) इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आट्र्स (आइजीएनसीए)
(4) आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया
(5) नेशनल मिशन फॉर मेन्युस्क्रिप्ट्स
(6) कंसॉश्र्यम फॉर एजुकेशनल कम्यू.
(7) नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी इनहेन्सड लर्निंग (एनपीटीइएल)
(8) वर्चुअल लैब्स दिशारी
(9) ई-पीजी पाठशाला स्वयं
(10) नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया
(11) ई-ज्ञानकोष शोधगंगा
यों मिल रही राहत
२०१७ नवम्बर में दिशारी लॉन्च
०८ महीने में १.५ लाख युवा डाउनलोड कर चुके हैं दिशारी
४४ लाख टेस्ट हो चुके हैं सरकारी ऐप के जरिए
०८ बजे रात को रोजाना ऐप के जरिए ऑनलाइन परीक्षा
१५ हजार से ज्यादा प्रश्न होते हैं क्विज में
(विभागीय आंकड़ों के मुताबिक)