इससे पहले, सिन्हा ने कहा कि विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए इस बार कट ऑफ लिस्ट 99 और 98 प्रतिशत तक गई है और इससे लगभग 99 प्रतिशत छात्रों और उनके अभिभावकों को निराशा हाथ लगी है। पहले देश में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University), कोलकाता विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय तथा अन्य विश्वविद्यालयों का अच्छा नाम था, लेकिन अब हर कोई दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना चाहता है और उसमें सीट इतनी हैं नहीं।
सीटों की संख्या बढ़ाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में सांध्य कॉलेज शुरू किये जाने चाहिए जिससे सीटों की संख्या बढ़ेगी और शिक्षकों को नौकरी मिलेगी। सिन्हा ने कहा कि सांध्य कॉलेजों में पढऩे वाले छात्रों को पार्ट टाइम काम करने का मौका भी मिलेगा और इससे गरीब छात्रों को विशेष फायदा होगा। साथ ही उनहोंने देश के अन्य विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता बढ़ाए जाने की भी मांग की।