प्रवेश समिति (admission committee) के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि हम संभवत: एडमिशन प्रक्रिया 1 मई को शुरू करेंगे, क्योंकि इसको लेकर प्रक्रिया अभी चल रही है। हम अपनी परिवर्तित नीतियों और प्रक्रियाओं के साथ तैयार होने के बाद संशोधित कार्यक्रम को लागू करने के साथ ही एडमिशन प्रक्रिया पर काम शुरू किया जाएगा।
रिपोर्टों के अनुसार, इस साल लागू किए जाने वाले कई बदलावों को लेकर प्रवेश समिति के कई सदस्य कुछ मामलों को लेकर एकमत नहीं हैं। इनमें से एक मामला स्पोर्टस कैटेगरी के तहत मिलने वाले अंकों को लेकर है जिसको लेकर अभी बात नहीं बनी है।
सूत्रों के अनुसार, कई सदस्यों ने खेल और पाठ्येतर गतिविधियों (ईसीए) श्रेणियों में अंकों के वितरण को लेकर आपत्तियां जताई हैं। समिति के सदस्यों ने ऐसी सभी श्रेणियों के लिए सीटों के आवंटन के लिए 5 प्रतिशत अंक तय करने की बात कही है। वर्तमान में यह प्रक्रिया विभिन्न कॉलेजों में अलग अलग है। कुछ कॉलेजों में यह 2.5 प्रतिशत है, जबकि कुछ कॉलेजों में यह अधिक है। सूत्रों ने आगे बताया कि इस तरह के किसी भी निर्णय को अकादमिक और कार्यकारी परिषदों के माध्यम से पारित किया जाना है। प्रवेश समिति यह तय नहीं कर सकती है।
डीयू से संबद्ध कॉलेजों को sports और ECA कोटा के तहत प्रत्येक कोर्स में स्टूडेंट्स के लिए 5 प्रतिशत सीटें आरक्षित रखनी होती है। हालांकि, एडमिशन प्रक्रिया को लेकर एक और थियोरी है। समिति से जुड़े एक अन्य सदस्य का कहना है कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में इसलिए विलंब किया जा रहा है क्योंकि यूनिवर्सिटी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) (CBSE) से पंजीकृत स्टूडेंट्स का डेटाबेस प्राप्त करने का काम कर रही है। सदस्य ने आगे कहा कि अगर हमें छात्र-छात्राओं का डेटाबेस मिल जाता है तो हमे सीधे उनकी मार्कशीट और सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकेंगे। इससे पारदर्शिता बरतने में और मदद मिलेगी। डेटाबेस प्राप्त करने की उचित प्रक्रिया चल रही है।
एडमिशन प्रक्रिया में ये हो सकते हैं बदलाव
डीयू की एडमिशन समिति ने प्रवेश प्रक्रिया में बदलावों को लेकर पहले ही घोषणा कर दी है जो शैक्षिक सत्र 2019-20 में लागू किए जाएंगे। इनमें से स्पोर्टस और ईसीए श्रेणी के लिए दिए जाने वाले अंकों को 5 से घटाकर दो प्रतिशत करना है। इसके अलावा, कट ऑफ लिस्ट जारी करने से पहले ईसीए और स्पोर्टस कोटा में एडमिशन शुरू करना।