प्रदेश में इन दिनों राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं केन्द्रीय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं चल रही है। शिक्षाविदें एवं मनोचिकित्सकों की मानें तो परीक्षा का दबाव करने के लिए बच्चों का खान-पान और घर का वातावरण भी महत्वपूर्ण हैं। परीक्षा के दिनों में विद्यार्थियों को नींद पूरी लेनी चाहिए। परीक्षा में नॉर्मल रहते हुए तैयारी करनी चाहिए। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार परीक्षा कक्ष में प्रश्न पत्र मिलने पर एक-दो बार उसे पढक़र हल करें। जिसका जवाब अच्छा दे सकते हैं उन प्रश्नों को पूरा करें। इससे आत्मविश्वास बढ़ेगा। परीक्षा के दौरान आत्मविश्वास बनाए रखें।
अभी कई इम्तिहान बाकी हैं…
बच्चों पर अच्छे पेपर देने और टॉप करने का दबाव है तो पेरेंट्स की चाह भी कई बार उसका प्रेशर बढ़ा देती है। एक प्रश्नपत्र बिगडऩे पर कई बार विद्यार्थी गलत कदम उठा देते हैं। जो उसके परिजनों को जिंदगी भर का दर्द देता है। मनो- चिकित्सकों का मानना है हर शख्स को जीवन में कई इम्तिहान देने होते हैं, ऐसे में पेपर खराब होने या अन्य किसी विवाद पर गलत कदम उठाना सही नहीं है। विद्यार्थियों को तनाव से हमेशा दूर रहना चाहिए। मनोचिकित्सक के अनुसार परीक्षा के दिनों में टाइम डिवाइड करके तैयारी करनी चाहिए। जिस विषय में कमजोर हैं उसकी अच्छी तरह से तैयारी करें। पर्याप्त नींद बेहद जरूरी है।