अधिकारियों के परिजन भी ले रहे डिग्री
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि ओपीजेएस विश्वविद्यालय से चूरू जिले के कई बड़े अधिकारियों के परिजन, रिश्तेदार पीएचडी, एमफिल, सहित कई डिग्रियों के लिए नामांकन करा चुके हैं और शोधकार्य भी जमा करा चुके हैं।
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि ओपीजेएस विश्वविद्यालय से चूरू जिले के कई बड़े अधिकारियों के परिजन, रिश्तेदार पीएचडी, एमफिल, सहित कई डिग्रियों के लिए नामांकन करा चुके हैं और शोधकार्य भी जमा करा चुके हैं।
ओपीजेएस की डिग्री से कई बन गए अंग्रेजी के शिक्षक
राजस्थान शिक्षा विभाग के शाला दर्पण पर अपलोड रीट भर्ती 2016 अंग्रेजी विषय में कई डिग्रियां ओपीजेएस विश्वविद्यालय की लगाई गई हैं। इसमें अजमेर में दो, अलवर में एक, भरतपुर में दो, भीलवाड़ा में दो, चूरू में एक, जालौर में चार, जोधपुर में दो, नागौर में 11, सीकर में एक, टोंक में तीन व उदयपुर में एक अभ्यर्थी का चयन किया गया है।
राजस्थान शिक्षा विभाग के शाला दर्पण पर अपलोड रीट भर्ती 2016 अंग्रेजी विषय में कई डिग्रियां ओपीजेएस विश्वविद्यालय की लगाई गई हैं। इसमें अजमेर में दो, अलवर में एक, भरतपुर में दो, भीलवाड़ा में दो, चूरू में एक, जालौर में चार, जोधपुर में दो, नागौर में 11, सीकर में एक, टोंक में तीन व उदयपुर में एक अभ्यर्थी का चयन किया गया है।
एलएलएम की डिग्री के लिए विधायक ने लिया था प्रवेश Education News In Hindi
राजगढ़ विधायक मनोज न्यांगली ने बताया कि वे जांच के तौर पर यूनिवर्सिटी में एलएलएम में प्रवेश लिया था। लेकिन वहां की व्यवस्था देखा तो स्थिति काफी बदतर दिखी। युवाओं के भविष्य के साथ फर्जीवाड़ा हो रहा है। इसके बाद लगातार विधानसभा में मामला उठाया। शिक्षा मंत्री ने कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया। लेकिन मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं हुई। जानकारी के मुताबिक रोहतक निवासी ओम प्रकाश जोगेन्द्र सिंह यूनिवर्सिटी के संचालक हैं।
&विभाग की तरफ से अभी इस बारे में कोई आदेश नहीं मिले हैं। यदि जांच के आदेश आएंगे तो ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की डिग्रियों की जांच करवाई जाएगी। Rajasthan Patrika
राजगढ़ विधायक मनोज न्यांगली ने बताया कि वे जांच के तौर पर यूनिवर्सिटी में एलएलएम में प्रवेश लिया था। लेकिन वहां की व्यवस्था देखा तो स्थिति काफी बदतर दिखी। युवाओं के भविष्य के साथ फर्जीवाड़ा हो रहा है। इसके बाद लगातार विधानसभा में मामला उठाया। शिक्षा मंत्री ने कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया। लेकिन मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं हुई। जानकारी के मुताबिक रोहतक निवासी ओम प्रकाश जोगेन्द्र सिंह यूनिवर्सिटी के संचालक हैं।
&विभाग की तरफ से अभी इस बारे में कोई आदेश नहीं मिले हैं। यदि जांच के आदेश आएंगे तो ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की डिग्रियों की जांच करवाई जाएगी। Rajasthan Patrika