डिस्टेंस लर्निंग (Distance Learning) प्रोग्राम को लेकर विश्वविद्यालय (Distance Learning In UP University) की कार्य परिषद ने भी सहमति दे दी है। विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने इस कोर्स के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं, वहीं विषय और सेलेबस भी जल्द तय हो जाएंगे। नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 में डिस्टेंस लर्निंग पाठ्यक्रमों के लिए दाखिले होंगे। छात्रों को विश्वविद्यालय की ही डिग्री दी जाएगी। छात्रों की समस्या का समाधान हो इसके लिए सप्ताह में दो दिन ऑनलाइन क्लास होंगे।
बता दें कि इससे पहले विश्वविद्यालय ने यूजीसी कैटगरी में प्रथम नंबर का स्थान हासिल किया, जो पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गौरव की बात है। इसके बाद कानपुर का छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University) देश के सर्वोच्च विश्वविद्यालय में शामिल हो गया है। इस मौके पर छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा कानपुर विश्वविद्यालय को कैटेगरी एक में लिस्टेड किया गया है। नेक ए प्लस प्लस के बाद विश्वविद्यालय के लिए यह उपलब्धि बेहद ऐतिहासिक है।
मालूम हो कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा विश्वविद्यालय को मान्यता दी जाती है। इसी क्रम में यूजीसी विश्वविद्यालय को कैटेगरी में बांटता है, जिसमें सबसे बेस्ट विश्वविद्यालय को प्रथम श्रेणी में रखा जाता है। इस रैंकिंग के लिए शिक्षण संस्थानों में शिक्षा व्यवस्था और अन्य सुविधाओं की गुणवत्ता को परखा जाता है और फिर उस आधार पर विश्वविद्यालय की रैंकिंग की जाती है।