केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, कोरोना (Corona) महामारी से उत्पन्न संकट के दौर में मुझे मिल रहे सुझावों में कई परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्रों को बदलने की अपनी इच्छा प्रकट की है। उनके इस अनुरोध को ध्यान में रखते हुए, मैंने एनटीए अध्यक्ष को इस पर गौर करने और उनका मार्गदर्शन करने का निर्देश दिया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद एनटीए ने आवश्यक कदम उठाए हैं। एनटीए के महानिदेशक डॉ. विनीत जोशी ने इस बावत एक नोटिस जारी किया है। नोटिस में डॉ जोशी ने कहा, एनटीए ने आवेदन पत्रों में सुधार करते हुए अब छात्रों को प्रवेश परीक्षा के लिए अपनी पसंद का शहर चुनने का विकल्प दिया है।
गौरतलब है कि अभी तक विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए छात्रों को दूसरे शहर या दूसरे राज्यों में स्थापित किए गए परीक्षा केंद्रों में जाकर परीक्षा देनी होती थी। लंबी यात्राएं करने से कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए पहली बार छात्रों को अपने नजदीकी परीक्षा केंद्र वाले शहरों का विकल्प दिया गया है। एनटीए ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा केंद्र एवं वहां मौजूद कुल सीटों की उपलब्धता के आधार पर ही छात्रों द्वारा दिए गए विकल्प स्वीकार किए जाएंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय फिलफाल लॉक डाउन को ध्यान में रखते हुए जेएनयू, यूजीसी नेट और इग्नू पीएचडी समेत कई अन्य प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय पहले ही ले चुका है। मंत्री निशंक ने कहा, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के महानिदेशक को विभिन्न परीक्षाओं के आवेदन जमा करने की आखिरी तिथि स्थगित करने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा, इसके अंतर्गत जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, यूजीसी नेट (UGC NET), इग्नू पीएचडी (IGNOU PhD), आईसीएआर परीक्षा (ICAR Exam), एनसीएचएम जी और प्रबंधन कोर्स की दाखिला परीक्षाएं शामिल हैं। इन सभी परीक्षाओं के लिए अंतिम तिथि आगे बढ़ा दी गई है।