NITs में गर्ल्स का रेशो १८.८ प्रतिशत
पहली बार एमएचआरडी की ओर से IIT समेत प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में गर्ल्स के लिए १४ प्रतिशत सीटों की संख्या तय कर देने के बाद एनआइटीज में १८.८ प्रतिशत गर्ल्स ने एडमिशन ले लिया है। हालांकि IIITs में यह आंकड़ा १२.२ प्रतिशत ही रह गया, लेकिन सेंट्रल फंडेड इंस्टीट्यूशंस में १४.५ प्रतिशत गर्ल्स ने एडमिशन दर्ज कराया है। उल्लेखनीय है कि NITs में स्पेशल राउंड से पहले २८२० और MNIT में ३७ सीटें खाली रह गई थी। वहीं ट्रिपलआइटीज में १२८५ और सेंट्रल फंडेड इंस्टीट्यूशंस में २०७१ सीटें वेकेंट थीं।
पहली बार एमएचआरडी की ओर से IIT समेत प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में गर्ल्स के लिए १४ प्रतिशत सीटों की संख्या तय कर देने के बाद एनआइटीज में १८.८ प्रतिशत गर्ल्स ने एडमिशन ले लिया है। हालांकि IIITs में यह आंकड़ा १२.२ प्रतिशत ही रह गया, लेकिन सेंट्रल फंडेड इंस्टीट्यूशंस में १४.५ प्रतिशत गर्ल्स ने एडमिशन दर्ज कराया है। उल्लेखनीय है कि NITs में स्पेशल राउंड से पहले २८२० और MNIT में ३७ सीटें खाली रह गई थी। वहीं ट्रिपलआइटीज में १२८५ और सेंट्रल फंडेड इंस्टीट्यूशंस में २०७१ सीटें वेकेंट थीं।
सातवें राउंड तक एनआइटीज में गर्ल्स एडमिशन १८ प्रतिशत हो गया था। एमएचआरडी की योजना से इस बार गर्ल्स एडमिशन में तीन से चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल एमएनआइटी में १५ प्रतिशत गर्ल्स ने एडमिशन लिया था। इस बार एमएनआइटी ने सेल्फ फंडेड के लिए सेपरेट राउंड काउंसलिंग का आयोजन कराया।
ये रहे आंकड़े
कॉलेज – सीट्स – एडमिशन
एनआइटीज – १८६२० – ९८.९५%
ट्रिपलआइटीज – ४०५३ – ९४.८७%
जीएफटीआई – ४३५६ – ७९.४०% सीटों का नुकसान न हो और स्टूडेंट्स को एडमिशन के ज्यादा मौके मिलें, इसी को ध्यान में रखकर दो स्पेशल राउंड आयोजित किए गए थे। जिसके बेहतरीन परिणाम सामने आए हैं।
– प्रो. उदयकुमार यारागट्टी, चेयरमैन, सीसेब
कॉलेज – सीट्स – एडमिशन
एनआइटीज – १८६२० – ९८.९५%
ट्रिपलआइटीज – ४०५३ – ९४.८७%
जीएफटीआई – ४३५६ – ७९.४०% सीटों का नुकसान न हो और स्टूडेंट्स को एडमिशन के ज्यादा मौके मिलें, इसी को ध्यान में रखकर दो स्पेशल राउंड आयोजित किए गए थे। जिसके बेहतरीन परिणाम सामने आए हैं।
– प्रो. उदयकुमार यारागट्टी, चेयरमैन, सीसेब