बयान के अनुसार, होंडा वाई-ई-एस अवार्ड 2018-19 के लिए पुरस्कार विजेताओं में -आकिला राजन (आईआईटी मद्रास), आकाश भारद्वाज (आईआईटी कानपुर), आलोक गुप्ता (आईआईटी रुड़की) ख्याति कियावत (आईआईटी रुड़की), किंजल सक्सेना (आईआईटी बम्बई), लक्ष्मी वसन्ता मजेटी (आईआईटी खडग़पुर), मयूर जोशी (आईआईटी मद्रास), निर्मल्य पाणिग्रही (आईआईटी खडग़पुर), प्रतीक मनोचा (आईआईटी गुवाहाटी), पुष्कर सराफ (आईआईटी बम्बई), सब्यसाची सेन (आईआईटी खडग़पुर), साई उत्तेज कोडुरी (आईआईटी मद्रास), शुभांशी सिंह (आईआईटी कानपुर) और सोहम दिब्यचिन्तन (आईआईटी बम्बई) शामिल रहे।
जापानी दूतावास के उच्चाधिकारी केनजी हिराम्तसु ने छात्रों को पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा, मैं वाई-ई-एस अवार्ड के सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं। भारत और जापान के बहुमूल्य द्विपक्षीय सम्बन्धों को ध्यान में रखते हुए मुझे आशा है कि इस अवसर के माध्यम से आप सब छात्र जापान की उन्नत तकनीकी प्रणाली और उस अनुसंधान का अनुभव कर सकेंगे, जिसका उद्देश्य सामाजिक योगदान करना है।
होंडा कार्स इंडिया लि. के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी गाकु नाकानिशी ने कहा, अब तक हमने 12 वर्षों में 154 ऐसे छात्रों को सम्मानित किया है। इस तरह के मंच युवा पेशेवरों को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्च अनुसंधान में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हम उन्हें वाई-ई-एस अवार्ड प्रदान करना चाहते हैं, ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें।
आईआईटी मद्रास के छात्र और वाई-ई-एस अवार्डी साईं उत्तेज कोडुरी ने कहा, मेरी पूरी यात्रा अद्वितीय, समृद्ध और संपन्न रही। मैं होंडा का आभार व्यक्त करना चाहूंगा कि उन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्य में निवेश किया और मुझ पर भरोसा जताया कि मैं इको-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में योगदान दे सकता हूं।