सरकार ने छात्रों की कमी के कारण बंद पड़े और बंद होने की कगार पर खड़े इंजीनिरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्निक संस्थानों को अपने यहां कौशल विकास केंद्र स्थापित करने का आह्वान किया है।
केन्द्र सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में इंजीनियरिंग छात्रों की कमी के कारण बंद पड़े और बंद होने की कगार पर खड़े इंजीनिरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्निक संस्थानों को अपने यहां कौशल विकास केंद्र स्थापित करने का आह्वान किया है।
कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने इस संबंध में आयोजित इंजीनियरिंग तथा पॉलिटेक्निक संस्थानों के करीब तीन सौ प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि छात्रों की इंजीनियरिंग में घट रही रुचि के कारण खाली पड़े संस्थानों मे मौजूद व्यवस्था का इस्तेमाल कौशल विकास केंद्र के रूप में करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि देश में इंजीनियरिंग कॉलेजों में करीब 16.31 लाख सीटें हैं लेकिन इन कॉलेजों में करीब साढे आठ लाख छात्र ही शिक्षा हासिल कर रहे हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों में 50 प्रतिशत सीटें खाली हैं, जबकि इन संस्थानों में ढांचागत व्यवस्था बहुत बढिया तथा अत्याधुनिक है। उन्होंने इन संस्थानों को अपने यहां इस तरह के केंद्र स्थापित करने का आह्वान किया है।