कोरोना महामारी के चलते देश भर में बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर रोक भी लगाई गई थी। तमिलनाडु सरकार से भी शिक्षक संघ ने बायोमेट्रिक अटेंडेंस को रोकने की मांग की थी। बहुत कम राज्यों में शिक्षकों की हाजिरी को डिजिटल मोड़ दिया गया है।
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Govt Teachers Biometric Attendance System
परिषदीय विद्यालयों को डिजिटल मोड पर लाने के लिए कई तैयारियां बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से की गईंं हैं। मिशन प्रेरणा, कायाकल्प से लेकर अवकाश भरने के लिए मानव संपदा पोर्टल को भी लांच किया गया है। लेकिन, अभी भी कई शिक्षक ऐसे हैं जो निर्धारित समय पर विद्यालय नहीं पहुंच रहे हैं व कई दिनों तक अवकाश पर रहते हैं। इन शिक्षकों की गतिविधि पर ध्यान रखने के लिए सभी विद्यालयों में इंचार्ज अध्यापक के पास टैबलेट होगा, जिस पर सभी स्कूल के शिक्षक अपनी हाजिरी दर्ज कराएंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालयों में टैबलेट वितरण के बाद छात्रों की उपस्थिति से लेकर सभी बेसिक शिक्षा विभाग की योजनाएं ऑनलाइन हो जाएंगी, जिससे सीधे शासन स्तर से स्कूलों की निगरानी हो सकेगी।
आपको बता दें कि सत्र 2019-20 से ही बेसिक शिक्षा विभाग में काफी कुछ ऑनलाइन करने की तैयारी की जा रही थी। प्रेरणा एप के माध्यम से ऑनलाइन हाजिरी, ऑनलाइन लीव आदि की शुरुआत की गई थी। दीक्षा के माध्यम से शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षा के प्रति ट्रेंड करने की प्रक्रिया भी चल रही थी।
पारदर्शिता
दरअसल रजिस्टर में हाजिरी दर्ज करने को लेकर कई बार अनियमितता देखने को मिली है। निरीक्षण में भी सामने आया है कि रजिस्टर में हाजिरी दर्ज करने बाद मास्टर जी मौके पर नहीं मिलते। ऐसे कर्मचारियों के लिए विभाग ने उपस्थिति का पैटर्न बदलने का निर्णय किया है। टैबलेट में अंगूठा लगाने पर ही शिक्षकों की हाजिरी दर्ज होगी। इसके लिए कर्मचारी और शिक्षकों को स्कूल में जाना अनिवार्य होगा। बहुत से विद्यालयों में ऐसा भी देखने को मिलता है कि छुट्टी पर होने वाले शिक्षक भी रजिस्टर में उपस्थित रहते हैं।