इसके तहत भारत के करीब 20 राज्यों के साथ ही म्यांमार, श्रीलंका, भूटान जैसे देशों के एक लाख 28 हजार 415 विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया। मॉक टेस्ट में पूछे गए 30 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों का परिणाम तुरंत ही विद्यार्थी को अपने डिजीटल डिवाइस पर मिल गए। विद्यार्थियों ने मोबाइल लैपटॉप आदि के मार्फत टेस्ट दिया था। टेस्ट का आयोजन प्रायोगिक तौर पर किया गया था।