ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म में टेक्नीकल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखना चाहते हैं तो उन प्लेटफॉर्म पर ही जाना चाहिए जहां थ्योरीटिकल नॉलेज के साथ प्रैक्टिकल जानकारी भी मिल सके और आप वहां प्रैक्टिकल करके भी देख पाएं। आजकल ऐसे टेक्नीकल ट्रेनिंग के कई लर्निंग प्लेटफॉर्म हैं जो यह सुविधा उपलब्ध करवाते हैं। इस तरह कहीं भी, कभी भी बिना किसी सॉफ्टवेयर इंस्टालेशन के ऑनलाइन प्रैक्टिकल करके देख सकते हैं और समस्या भी वहीं हल कर सकते हैं। इससे समय और मेहनत बचती है। आपको सावधानी से ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म का चुनाव करना चाहिए।
हायर स्टडीज के लिए दूसरी बार एग्जाम दे रहे हैं तो ऐसा प्लेटफॉर्म चुनें जहां पूरा कोर्स दोबारा पढऩे की जरुरत न पड़े यानी ऐसा प्लेटफॉर्म चुनें जहां आपके सब्जेक्ट्स या टॉपिक्स सेक्शन वाइज समझाए गए हों। यदि आप फ्रेशर हैं तो वह प्लेटफॉर्म चुनें, जहां विषय के साथ उसके बेसिक्स भी उपलब्ध हों।
नौकरीपेशा, कॉलेज और स्कूल स्टूडेंट्स के लिए टाइम लिमिट अलग-अलग होती है। यदि आप पोर्टल चुनें तो अपनी टाइम लिमिट को ध्यान में रखें ताकि आपका समय बर्बाद न हो। वर्किंग प्रोफेशनल मनचाहे समय पर किए जा सकने वाले कोर्स और वीडियो लर्निंग कोर्स का चुनाव कर सकते हैं।
ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स स्टूडेंट्स को आकर्षित करने के लिए पर्सनलाइज्ड डाउट सॉल्विंग का वादा करते हैं। सच्चाई जानने के लिए मौजूदा और पूर्व स्टूडेंट्स से इस बारे में बात कर सकते हैं। पर्सनलाइज्ड डाउट सॉल्विंग की सुविधा जरूर लें।
स्टूडेंट्स को ऐसे पोर्टल्स से नहीं जुडऩा चाहिए जिनकी फैकल्टी में न तो सब्जेक्ट एक्सपर्ट हो, न स्टूडेंट्स टॉपर्स हों। पोर्टल सलेक्ट करते समय उस पोर्टल पर कंटेंट डिलीवर करने वाले एक्सपर्ट्स और फैकल्टी के अनुभव पर जरूर गौर करें। अच्छी फैकल्टी से ही आपको सही ज्ञान मिल सकता है।
ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स पर डिस्कशन फोरम्स भी हैं। ये आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं। जब भी आपको कोई दुविधा हो, आप अपने प्रश्न वहां पोस्ट कर सकते हैं। वहां मौजूद अन्य सदस्य मदद के लिए एक्टिव रहते हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर फ्री और सशुल्क दोनों तरह की सुविधा मिलती है।