केंद्र सरकार अब सरकारी मंत्रालयों के तकनीकी विकास के लिए छात्रों से मदद लेने की योजना बना रही है। एचआरडी मिनिस्ट्री ने इसकी
योजना तैयार की है। इसके तहत ‘द इनोवेशंस फॉर डवलपमेंट ऑफ एफिशिएंट एंड अफोर्डेबल सिस्टम्स’ (आइडियाज) का खाका तैयार किया है।
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शिक्षण संस्थानों के छात्रों को शामिल करने की योजना है। आईआईटी, एनआईटी, सीएफटीआई के छात्रों के लिए यह अनिवार्य हो सकता है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ‘आइडियाज’ में 10 थीम प्रस्तावित हैं। इसमें अफोर्डेबल हेल्थकेयर, कंप्यूटर साइंस, एनर्जी, अफोर्डेबल हाउसिंग, सस्ता वॉटर ट्रीटमेंट सिस्टम, अफोर्डेबल इंफ्रास्ट्रक्चर, सिक्योरिटी के लिए नैनो टेक हार्डवेयर, डिफेंस में अनमैन्ड सिस्टम, इन्वायरर्नमेंट एंड क्लाइमेट चेंज जैसी थीम रखी गई हैं।
इंजीनियर की जॉब से कमाते थे 24 लाख, नौकरी छोड़ बन गए किसान, कमाई 2 करोड़ हर थीम में 10 दिक्कतें सामने रखी जाएंगी। छात्र अपनी पसंद की थीम पर प्रोजेक्ट बना सकते हैं। सर्वश्रेष्ठ समाधान देने वाले को एक करोड़ रुपए नकद ईनाम देने की योजना है। विजेता टीम को स्टार्टअप सेंटर से जोड़ा जाएगा और उन्हें तब तक आर्थिक मदद दी जाएगी, जब तक कि वह कॉमर्शियल प्रॉडक्शन शुरू न करें।
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इस योजना में हर थीम पर 10 दिक्कतें दी जाएंगी। इस हिसाब से हर दिक्कत के सर्वश्रेष्ठ समाधान को एक करोड़ रुपए
इनामी रकम के हिसाब से कुल 100 करोड़ रुपए खर्च आएगा। प्रस्ताव में कहा गया है कि 2017-18 से इसे शुरू कर तीन साल के लिए 300 करोड़ की स्कीम शुरू की जा सकती है।