ये कहना है आइसीएआइ सेंट्रल काउंसिल मेंबर प्रकाश शर्मा का। शनिवार को जवाहर सर्किल स्थित एक गार्डन में आयोजित कॉन्वोकेशन सेरेमनी में पत्रिका प्लस से खास बातचीत में प्रकाश शर्मा ने सीए इंस्टीट्यूट की प्लानिंग को लेकर जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि कॉपी चैक करते वक्त सिस्टम हर तीन से पांच मिनट में एग्जामिनर की फोटो भी क्लिक करेगा।
साथ ले जा सकेंगे बुक्स
उन्होंने कहा कि मेंबर्स के कई सारे कोर्सेज की फीस 30 प्रतिशत तक कम कर दी गई है। आने वाले दिनों में सीए एग्जाम के सभी पेपर्स ओपन बुक पैटर्न पर होंगे। जहां स्टूडेंट्स एग्जाम हॉल में अपने साथ बुक लेकर जा सकेंगे। अभी कुछ पेपर इस पैटर्न पर हो रहे हैं, जिसे जल्द ही सभी पेपर्स में लागू किया जाएगा।
टॉप रैंकर्स को मिलेगी ट्रेनिंग
उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मैरिट स्कोर करने वाले सीए स्टूडेंट्स को इंस्टीट्यूट रेडी टू इंडस्ट्री बनाएगा। इसके लिए पर्सनैलिटी डवलपमेंट के साथ उन्हें इंटरव्यू में अपीयर होने की ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हाल ही में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है। बैंगलूरु में सीए फाइनल में टॉप-५० रैंक स्कोर करने वाले १०६ स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग के कुल खर्चे का ८० परसेंट हिस्सा आइसीएआइ दे रहा है। स्टूडेंट्स से सिर्फ २० परसेंट ही लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अक्सर स्टूडेंट्स रैंक तो ले आते हैं, लेकिन वे इंटरव्यू के लिए तैयार नहीं होते हैं। ऐसे में ट्रेनिंग में हम उन्हें इंटरव्यू के लिए तैयार करने के साथ उनकी ओवरऑल पर्सनैलिटी डवलपमेंट पर काम करते हैं।
ट्रेनिंग के बाद पैकेज में बढ़ोतरी
शर्मा ने बताया कि ट्रेनिंग के बाद सीए स्टूडेंट्स के प्लेसमेंट पैकेज में भी अच्छी हाइक देखने को मिली है। आमतौर पर रैंकर्स का इनिशियल पैकेज १२ से १४ लाख तक होता है। इस ट्रेनिंग के बाद स्टूडेंट्स का शुरुआती पैकेज करीब १८ लाख रुपए है। वहीं हायर पैकेज ३० लाख रुपए एनुअल दिया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ऐसी ट्रेनिंग आइसीएआइ के हर चैप्टर में सीए फाइनल क्लीयर करने वाले सभी स्टूडेंट्स को दी जाएगी।