सरकार के इस नोटिफिकेशन से ऐसे छात्रों को काफी राहत मिलेगी अन्यथा उन छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए एक साल तक का वेट करना पड़ सकता है। हालांकि ऐसे छात्रों के लिए सरकार द्वारा एडमिशन डेट्स निकलने के बाद भी एक स्पेशल राउंड रखा जाता था जिसके जरिए उन्हें एडमिशन मिल पाता था लेकिन तब तक अधिकतर इंस्टीट्यूट्स में सभी सीटें भर चुकी होती थी।
इस नोटिफिकेशन के जारी होने के बाद ऐसे छात्र आगे की पढ़ाई के लिए अस्थाई एडमिशन ले सकेंगे। परन्तु इस नए नियम पर अधिकारियों का कहना है कि ये नियम कन्फ्यूजन पैदा करने वाला है। उनके अनुसार, वर्तमान में जब हर एक नम्बर मायने रखता है, किसी भी स्टूडेंट को अनुमानित अंकों के आधार पर एडमिशन देना गलत होगा। खासतौर पर अगर रिजल्ट आने के बाद उसके वास्तविक मार्क्स कम हुए तो। इस नियम से उन होनहार विद्यार्थियों के साथ अन्याय होगा जो ज्यादा नंबर लाते हैं परन्तु IGCSE तथा IB बोर्ड्स के छात्र अपने अनुमानित मार्क्स उनसे ज्यादा बता कर सीट हासिल कर लेंगे।
इसके लिए सरकार ने नोटिफिकेशन में कहा है कि इस तरह दिए जाने वाले एडमिशन पूरी तरह प्रोविजनल होंगे और उनके वास्तविक मार्क्स के आधार पर ही उन्हें सीट देने या न देने का फैसला किया जाएगा।