मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जॉइंट इंप्लिमेंटेशन कमिटी की बैठक हुई। जेआईसी की बैठक में सभी आईआईटीज के जेईई चेयरपर्सन शामिल रहे। मीटिंग के दौरान, जेईई के चेयरपर्सनों ने यह प्रस्ताव रखा कि कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए सभी बोर्ड ने जरुरी कदम उठाए हैं। बोर्ड के निर्णयों को देखते हुए संबंधित 12वीं कक्षा में मार्क्स के कुछ नियमों को हटा देना चाहिए। इस साल जेईई अडवांस्ड क्लियर करने वाले कैंडिडेट्स के लिए सिर्फ बोर्ड एग्जाम पास होने का नियम ही बनाया जाए यानी अब यह मायने नहीं रखना चाहिए कि कितने प्रतिशत अंक हासिल किये बल्कि रैंक होल्डर ने 12वीं पास कर लिया है, इतना ही काफी है।’ उन्होंने बताया कि यह छूट सिर्फ एक बार के लिए होगी। क्योंकि बारहवीं बोर्ड परीक्षा कोरोना के चलते प्रभावित हुई है।