यह सभी छात्रों, फैकल्टी और पेशेवरों के लिए खुला है, जिनका बैकग्राउंड गणित और पायथन का हो। छात्रों और फैकल्टी के लिए फीस 1,000 रुपये है, जबकि पेशेवरों के लिए 5,000 रुपये रखी गई है। चार महीने के इस पाठ्यक्रम की शुरुआत 1 फरवरी से होगी और इसमें शामिल होने के लिए 24 जनवरी तक पंजीकरण कराया जा सकेगा।
यह स्टार्टअप इसके अलावा छोटे और मध्यम उद्यमों और उद्योग के साथ भागीदारी कर एआई-संचालित एप का भी सृजन करेगा और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मूल्य पैदा करेगा। उल्लेखनीय है कि इस समय आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर पूरी दुनिया में बहुत ही ज्यादा उत्सुकता है। केवल भारत में ही 2020 तक 2 लाख से अधिक युवाओं को इस सेक्टर में जॉब मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
IIT , Madras के असिस्टेंट प्रोफेसर मितेश खापरा ने एक बयान में कहा, ‘‘भारतीय आईटी उद्योग प्रौद्योगिकी के विभिन्न उतार-चढ़ाव से गुजरा है और नए कौशल की वजह से ही विस्तार प्राप्त कर रहा है। एआई की वर्तमान लहर बहुत ही अलग है। इसमें गणितीय अंतदृष्टि के साथ ही हैंड्स-ऑन अनुभव की भी जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें ऐसे कोर्स की जरूरत है, जिसमें इन दोनों के बीच सही संतुलन हो। तभी भारत एआई युग में प्रकट तौर पर उत्पादों और सेवाओं का उत्पादन कर पाएगा।’’