विदेशी छात्रों का स्वागत
इस बारे में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इंडिया हैबीटेट सेंटर के स्टेन ऑडिटोरियम में स्टडी इन इडिया प्रोग्राम की लॉन्चिंग के दौरान कि हम विदेशी छात्रों का देश में तहेदिल से स्वागत करते हैं हम आह्वान करते हैं कि आप आएं और हमारे यहां अध्ययन करें।
800 यूनिवर्सिटीज और 40 हजार से ज्यादा कॉलेज
विदेश मंत्री ने कहा कि विदेशी छात्रों में भारत में शिक्षा ग्रहण करने के मिशन को प्रमोट करने के लिए सरकार ने देशभर की 800 यूनिवर्सिटीज और 40 हजार से ज्यादा कॉलेजों में से विश्वस्तरीय शिक्षा देने वाले देश के सर्वोच्च 160 इंस्टीच्यूट्स को चुना है। सरकार का मकसद साल 2023 तक यह संख्या बढ़कर दो लाख करने का है।
एशिया के छात्र अधिक
उन्होंने कहा कि अभी भारत में दो विश्वस्तरीय यूनिवर्सिटी है एक-नालंदा जो कि ईस्ट एशिया समिट का हिस्सा है जिससे वहां ईस्ट एशिया के छात्रों की संख्या अधिक है। दूसरी साउथ एशियन यूनिवर्सिटी जो कि साउथ एशियन समिट का हिस्सा होने से वहां साउथ एशिया के छात्र अधिक संख्या में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
रोड़ शो करवा रही सरकार
इसके अलावा इसमें आईआईटी,आईआईएम और एनआईटी भी शामिल हैं। इंस्टिच्यूट की नैशनल रैकिंग भी बताई जाएगी। विदेशी स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप तो नहीं होगी लेकिन फीस माफी जैसा प्रावधान इंस्टिच्यूट अपने स्तर पर करेंगे। स्टूडेंट्स को आकर्षित करने के लिए भारत सरकार विदेश जाकर रोड शो करवा रही है।
इन देशों में हो रहा रोड़ शो
सरकार की ओर विदेशी छात्रों को भारत में पढ़ने हेतु प्रेरित करने के लिए यूएई, सउदीअरब, कुवैत, रवांडा, तंजानिया में 12 से 24 अप्रैल तक रोड़ शो किए जा चुके हैं। इसके अलावा अब चीन, म्यांमार, नेपाल तथा यूएसए में 1 मई से 27 जून तक रोड़ शो किए जा रहे हैं।