प्रश्न (1) – बिजली और टेलीफोन के खम्भों के बीच तार कसकर क्यों नहीं लगाए जाते हैं?
बिजली और टेलीफोन के तार दो खम्भों के मध्य कसकर नहीं बांधे जाते हैं क्योंकि यदि इन्हें कसकर लगाया जाए तो सर्दी के दिनों में ताप कम होने पर ये सिकुड़ कर टूट सकते हैं अत: तारों को ढीला छोड़ा जाता है।
प्रश्न (2) – ढलता हुआ सूरज हमें लाल क्यों नजर आता है?
जब सूरज ढल रहा होता है, तब रोशनी में मौजूद रंगों को हम तक पहुंचने के लिए काफी लम्बा रास्ता तय करना पड़ता है जो बहुत सघन होता है। नीले रंग के बिखर जाने के बाद सिर्फ लाल और नारंगी रंग ही बचते हैं जो हमारी आंखों तक सीधे पहुंचते हैं। यही कारण है कि सूर्यास्त के समय आसमान में लाल रंग होता है और सूरज भी लाल नजर आता है।
प्रश्न (3) – पानी में रखी पेंसिल मुड़ी हुई दिखाई क्यों देती है?
यदि पानी में कोई सीधी छड़ तिरछी डाली जाए तो उसके डूबे हुए भाग का प्रत्येक बिंदू अपवर्तन के कारण अपनी वास्तविक स्थिति के ऊपर उठा दिखाई देता है जिससे पेन्सिल मुड़ी हुई प्रतीत होती है।
प्रश्न (4) – कम्बल को डंडे से मारने पर धूल क्यों उड़ती है?
जब हम कम्बल पर डंडा मारते हैं तो कम्बल आगे की ओर गति करता है, धूल के कण जड़त्व के कारण अपने स्थान पर रह जाते हैं इस प्रकार कम्बल एवं धूल के कण अलग-अलग हो जाते है तथा धूल नीचे की ओर गिरने से उड़ती हुई प्रतीत होती है।
प्रश्न (5) – पानी के पैंदे पर रखा सिक्का ऊपर उठा हुआ क्यों दिखाई देता है?
आपको जानकर हैरत होगी कि पानी के पैंदे पर रखे सिक्का ऊपर उठा हुआ दिखाई देने का प्रमुख कारण प्रकाश का अपवर्तन है। बिंदू पर रखे सिक्कों से चलने वाली प्रकाश किरणें पानी की सतह से अपवर्तित होकर नेत्र में प्रवेश करती है। इन अपवर्तित किरणों को पीछे की ओर बढ़ाने पर जहां पर भी मिलेगी वहीं हमें सिक्का उठा हुआ दिखाई देगा।
प्रश्न (6) – सडक़ पर चलते समय केले के छिलके पर पांव पड़ जाने पर व्यक्ति क्यों फिसल जाता है?
सडक़ पर चलते समय व्यक्ति अपने पैरों से जमीन को पीछे की ओर धकेलता है, जिससे उसके पैर एवं जमीन के मध्य घर्षण बल भी कार्य करता है लेकिन पैर के नीचे केले के छिलके के आने पर पैर से केला पीछे जाता है और केले के चिकने होने के कारण घर्षण न होने के कारण व्यक्ति फिसल जाता है।