यह केन्द्र इसरो की भविष्य की गातिविधियों और तकनीकी जरूरतों को पूरा करने की दिशा में अग्रणी शोध करेगा और इस दिशा में मानव संसाधन भी उपलब्ध कराएगा। शोध केन्द्र की सभी गातिविधियां शोध संबंधी क्षमताओं, बुनियादी ढांचे के विकास, योग्यता और अनुभव के अधिकाधिक इस्तेमाल पर जोर देगा। इसमें संकाय सदस्य होंगे और बाहर से आने वाले आगंतुकों के अलावा शोध कर्मियों , तकनीकी तथा प्रशासनिक कर्मचारियों को शामिल करेगा।
इस मौके पर रूड़की के निदेशक प्रोफेसर अजीत चतुर्वेदी ने कहा, ”अंतरिक्ष शोध तकनीकी केन्द्र के तौर पर इसरो से जुडऩा हमारे संस्थान के लिए काफी महत्वपूर्ण क्षण है और हमें इस बात को लेकर काफी खुशी है तथा देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम में अपना योगदान देंगे।”
इसरो मुख्यालय, सीपीबीओ के निदेशक ड़ा पी वी वेंकटाकृष्णन ने कार्यक्रम में कहा, ”हम रूड़की के साथ काम करने को लेकर काफी उत्साहित हैं और उम्मीद है कि आईआईटी रूड़की के छात्र और संकाय सदस्य लोगों में अंतरिक्ष के क्षेत्र वैज्ञानिक सोच और रूचि पैदा करने में मददगार होंगे।” आईआईटी रूड़की इस केन्द्र के पूर्ण प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होगी और वह जरूरत के अनुसार बुनियादी ढांचे, प्रशासनिक और अन्य तरह की मदद करेगी।