स्टूडेंट्स की मांग को देखते हुए एनटीए (NTA) ने यह निर्णय लिया है। वहीं दूसरी ओर अब तक 9 लाख 20 हजार से अधिक स्टूडेंट्स इस परीक्षा के लिए आवेदन कर चुके हैं। नए आदेश के बाद अब विद्यार्थी 14 से 20 अक्टूबर के मध्य आवेदन में हुई त्रुटियों में सुधार कर सकते हैं। पूर्व में आवदेन के लिए नोटिफिकेशन जारी करते समय इसके लिए उन्हें 11 से 17 अक्टूबर तक का समय दिया गया था जबकि फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर रखी गई थी। एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि JEE Main जनवरी ऑनलाइन आवेदन के लिए बोर्ड पात्रता प्रतिशत की कोई बाध्यता नहीं है।
NTA JEE Main 2020 New Syllabus
12वीं कक्षा में गणित पढ़ने वाले सभी संकायों के प्रतिस्पर्धी को बैचलर्स इन प्लानिंग कोर्स की प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा। जनवरी 2020 में होने वाली पिछले 20 वर्षों में पहली बार जेईई (JEE) के सभी प्रतिस्पर्धियों को भौतिकी (फिजिक्स), रसायन (केमिस्ट्री) और गणित (मैथमैटिक्स) के कम सवालों का सामना करना पड़ेगा। वहीं, आर्किटेक्चर कोर्स में भाग लेने के इच्छुक प्रतिस्पर्धियों को भी इंजिनियिरिंग ड्रॉइंग के कम सवाल ही हल करने होंगे। JEE केंद्र सरकार से फंडेड सभी तकनीकी संस्थानों और कॉलेजों में प्रवेश की परीक्षा है।
जेईई मैन्स 2020 का नया सिलेबस
अब तक वही विद्यार्थी बैचलर ऑफ प्लानिंग कोर्स में प्रवेश के योग्य होते थे जिन्होंने 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमैटिक्स पढ़े हों। लेकिन, अब क्रिटेरिया बदल गया और अब 12वीं के लिए सिर्फ मैथ्स ही अनिवार्य रह गया है। पहले, इंजिनियरिंग (बीई/बीटेक) ऐस्पिरेंट्स को 30-30 मल्टिपल चॉइस क्वेश्चंस के तीन पेपर- मैथमैटिक्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री हल करने होते थे। अब तीनों पेपर में 30-30 की जगह 25-25 सवाल ही रहेंगे। इनमें 20-20 मल्टिपल चॉइस क्वेश्चंस होंगे जबकि शेष 5-5 सवाल न्यूमैरिकल वैल्यु के जवाब के साथ आएंगे और तीनों पेपर का वेटेज बराबर होगा। वहीं, बीआर्क (बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर) कोर्स के लिए मैथमैटिक्स पेपर में 25 सवाल होंगे जिनमें 20 मल्टिपल चॉइस जबकि पांच ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे। साथ ही, ड्रॉइंग पेपर के सवाल भी तीन से घटाकर दो कर दिए गए। मल्टिपल चॉइस क्वेश्चंस फॉर्मेट में 50 नंबर का ऐप्टिट्यूड टेस्ट भी है।
Documents For JEE Main 2020
अब तक वही विद्यार्थी बैचलर ऑफ प्लानिंग कोर्स में प्रवेश के योग्य होते थे जिन्होंने 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमैटिक्स पढ़े हों। लेकिन, अब पाठ्यक्रम बदल गया और अब 12वीं के लिए सिर्फ मैथ्स ही अनिवार्य रह गया है। साथ ही, जो लोग बैचलर ऑफ प्लानिंग कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं, उनसे ड्रॉइंग टेस्ट नहीं लिया जाएगा। अब ड्रॉइंग टेस्ट सिर्फ आर्किटेक्ट कोर्स की प्रवेश परीक्षा में ही लिया जाएगा।