रघुवर दास ने कहा कि अन्य राज्यों की तरह ही कोई भी परीक्षा छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा से बढ़कर नहीं हो सकती है इसलिये स्थिति को देखते हुए बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर देनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आशंका व्यक्त कराते हुए कहा कि विशेषज्ञ भी तीसरी लहर की चेतावनी दे चुके हैं और ऐसे में बच्चों के साथ लापरवाही बरतना भारी पड़ सकता है. दूसरी लहर में कई छात्रों को कोरोना संक्रमण का सामना करना पड़ा है। लिहाजा, इस परीक्षा के आयोजन को लेकर छात्रों के माता-पिता भी तनाव में हैं।
हालांकि 23 मई को आयोजित की जाने वाली परीक्षा को लेकर जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई थी, तब राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने परीक्षा को रद्द करने की बात कही थी. बावजूद इसके मुख्यमंत्री ने राज्य में अब तक परीक्षा रद्द करने को लेकर कोई घोषणा नहीं की है।
रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार को इस विषय पर निर्णय लेने में देरी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि छात्र परीक्षा को लेकर तनाव में हैं। उन्हें जल्द से जल्द राहत देने के लिये, सरकार को इसपर शीघ्र ही फैसला ले लेना चाहिए।