देश में पहली बार शैक्षणिक संस्थानों की सफाई रैंकिंग में ये परिणाम आए हैं। इस रैंकिंग में 3500 संस्थानों ने भाग लिया था जिनमे से 174 संस्थानों का चयन किया गया। उनमें से 25 संस्थानों को पुरस्कार के लिए चुना गया। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को एक समारोह में पहली सफाई रैंकिंग की घोषणा करते हुए पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने उन्नत भारत योजना के तहत शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा गोद लिए गए 5 गांव की सफाई के लिए भी पुरस्कार प्रदान किए।
जावड़ेकर ने बताया कि हमने स्कूलों की सफाई की रैंकिंग के बाद अब उच्च शैक्षणिक संस्थाओं की रैंकिंग शुरू की है। इस रैंकिंग में टॉप 50 संस्थाओं में जब कोई सरकारी संस्था नहीं आई तो हमने सरकारी संस्थाओं के लिए अलग श्रेणी बनाई। इस तरह चार श्रेणिओं में यह रैंकिंग की गई। उन्होंने बताया कि स्कूलों की स्वच्छता रैंकिंग में दो लाख 68 हजार स्कूलों ने भाग लिया था। देश में उच्च शिक्षा के 40 हजार संस्थान हैं। उनमे केवल 3500 संस्थाओं ने यानी केवल 12 प्रतिशत संस्थाओं ने ही भाग लिया, जबकि यह 60 प्रतिशत हो सकता है।
उन्होंने कहा कि एक छात्र को चाहिए कि वह सफाई के लिए दूसरे छात्र को भी प्रेरित करे तभी परिसर में सफाई हो पाएगी। उन्होंने कहा कि शौचालयों के अभाव में स्कूलों में लड़कियों का ‘ड्राप आउट’ होने लगा था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने जब तीन साल पहले स्वच्छता मिशन शुरू किया तो एक साल में लड़कियों के लिए साढ़े चार लाख शौचालय बनाए गए और अब तक देश में कुल चार करोड़ 80 लाख शौचालय बन गए हैं। दो लाख से अधिक गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं तथा 160 जिले खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं।
स्वच्छता रैंकिंग में विश्वविद्यालय श्रेणी में दूसरा स्थान जयपुर के मणिपाल विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश के सोलन के चितकारा विश्विद्यालय को तीसरा स्थान मिला, जबकि कॉलेज श्रेणी में पुणे के विद्या एवं तीसरा स्थान चेन्नई के रामकृष्ण मिशन के विवेकानंद कॉलेज को चौथा स्थान मिला। इसी तरह तकनीकी संसथान की श्रेणी में आंध्र प्रदेश के गुंटूर के कोनेरू लक्ष्मण एजुकेशन फाउंडेशन को दूसरा एवं चेन्नई के श्री राम चन्द्र मेडिकल कालेज को तीसरा स्थान मिला।
सरकारी संस्थाओं की श्रेणी में मदुरै कामराज विश्वविद्यालय तथा अलगप्पा विश्वविद्यालय को भी यह पुरस्कार मिला। उन्नत भारत योजना के तहत आशोष सक्सेना, गौतम गोयल एवं आम्रपाली काटा, भारती होली केरी और निशांत वार वाडे को सम्मानित किया गया। यह रैंकिंग छात्रों और शौचालय के अनुपात जलापूर्ति रसोई घर कचरा प्रबंधन आदि को ध्यान में रखकर की गई है।