चौथे चरण में खुलेगा कैम्पस
इस बार जेएनयू को चौथे चरण के अंतर्गत खोला जा रहा है। कोरोना के देश में आने के बाद पहले भी इस बाबत प्रयास हो चुके हैं। इस बार कोरोना महामारी के कारण शिक्षा व्यवस्था में कई बड़े बदलाव हुए हैं। कहीं एग्जाम ऑनलाइन हुए तो कहीं परीक्षा टाली गई। इसी के अंतर्गत स्टूडेंट्स को कैम्पस खाली करने के लिए कह दिया गया था। दरअसल कितनी भी सावधानी बरती जाए पर कैम्पस में स्टूडेंट्स को रहने से बीमारी फैलने का खतरा था इसलिए सभी स्टूडेंट्स को कैम्पस खाली करने के लिए कह दिया गया था।
हालांकि इस कारण कई स्टूडेंट्स की पढ़ाई बहुत प्रभावित हो रही थी। वे लंबे समय से यूनिवर्सिटी वापस आना चाह रहे थे. कोरोना को लेकर भी हालात एक स्तर पर पहुंचने के बाद यूनिवर्सिटी ने यह फैसला लिया है क्योंकि धीरे-धीरे कोरोना के बीच ही सामान्य जिंदगी में वापस आने की प्रक्रिया चालू करना भी आवश्यक है। हालांकि एहतियातन स्टूडेंट्स को बाहर से आने के बाद किसी से भी सात दिनों तक इंटरैक्ट करन से मना कर दिया गया है।