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NITs में 2820 सीटें खाली, स्पेशल राउंड रजिस्ट्रेशन 27 तक

Published: Jul 26, 2018 10:03:06 am

जोसा के सात राउंड के बाद 31 एनआइटीज में 2820, ट्रिपलआइटीज में 1285 और सेंट्रल फंडेड इंस्टीट्यूशंस में 2071 सीटें खाली रह गई हैं।

JoSAA

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जोसा के सात राउंड के बाद 31 एनआइटीज में 2820, ट्रिपलआइटीज में 1285 और सेंट्रल फंडेड इंस्टीट्यूशंस में 2071 सीटें खाली रह गई हैं। इन सीटों पर एडमिशन के लिए दो स्पेशल राउंड आयोजित किए जा रहे हैं। 27 जुलाई दोपहर 2 बजे तक इसके रजिस्ट्रेशन होंगे। आठवें राउंड का रिजल्ट 27 जुलाई को ही शाम 5 बजे घोषित किया जाएगा।
बुधवार को सेंट्रल सीट एलोकेशन बोर्ड (सीसेब) के चेयरमैन प्रो.उदयकुमार यारागट्टी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आठवें राउंड की रिपोर्टिंग सिर्फ ऑनलाइन ही होगी। जबकि नौंवे राउंड का रिजल्ट ३१ जुलाई को आएगा। इसके लिए ३ अगस्त तक रिपोर्टिंग होगी। फ्रैश कैंडीडेट्स के अलावा पहले काउंसलिंग में हिस्सा ले चुके स्टूडेंट्स सीसेब की वेबसाइट के जरिए आवेदन कर सकते हैं।
आखिरी के बाद रिफंड नहीं

स्पेशल काउंसलिंग के फस्र्ट राउंड के बाद ५ हजार रुपए काटकर पूरी फीस वापस कर दी जाएगी। जबकि नौंवे और आखिरी राउंड के बाद फीस रिफंड नहीं होगी। इसके अलावा होमस्टेट कोटा की सीटें खाली बचती हैं तो उन्हें ऑल इंडिया कोटा की उसी कैटेगरी में कंवर्ट कर दिया जाएगा। इससे पहले से ज्यादा स्टूडेंट्स को मौका मिलेगा।
146 गल्र्स का एडमिशन

सातवें राउंड तक एनआइटीज मेंं गल्र्स एडमिशन १८ प्रतिशत हो गया है। एमएचआरडी की योजना से इस बार गल्र्स एडमिशन में तीन से चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। एमएनआइटी में बेहतर रेकॉर्ड बनाते हुए १९.७६ प्रतिशत गल्र्स ने एडमिशन लिया है। कुल ७३९ सीटों पर १४६ गल्र्स ने एडमिशन रिजर्व किया है। पिछले साल यह संख्या १५ प्रतिशत थी।
IIIT त्रिपुरा इसी साल से शुरू होगा

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी) त्रिपुरा इसी एकेडमिक ईयर से फंक्शनिंग शुरू करेगा। राज्य के शिक्षा मंत्री रत्न लाल नाथ ने यह जानकारी विधानसभा में दी। फिलहाल आईआईआईटी त्रिपुरा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) अगरतला के कैम्पस से ही ऑपरेट करेगी। रत्न लाल नाथ ने बताया कि केंद्र ने जुलाई 2012 में ही पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल की इजाजत दे दी थी। लेफ्ट फ्रंट सरकार की लापरवाही की वजह से यह प्रोजेक्ट छह साल तक डिले हो गया। वहीं मौजूदा बीजेपी-आईपीएफटी सरकार इस मामले पर एक भी मिनट बर्बाद करने को तैयार नहीं थी।
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