मीडिया से बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि शिक्षित बेरोजगारों का एक सपना होता है कि उन्हें नौकरी मिले, मगर बीती भाजपा सरकार ने भर्तियों को कोर्ट में अटका कर रखा। उन्होंने ऐसी नौकरियों के लिए प्रयास किया कि चाहे 2018 की थर्ड ग्रेड की भर्ती हो, प्रधानाध्यापक,थर्ड ग्रेड पीटीआई आदि तमाम भर्तियों को बाहर निकाला जाए।
शिक्षामंत्री के अनुसार इसके अलावा चाहे वर्ष 2016 एवं 2018 के वेटिंग मामले क्यों न हो, इन्हें दिखाया जा रहा है और प्रयास किया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर सरकार एसएलपी को वापस लेने से भी नहीं हिचकने वाली है।
शिक्षित बेरोजगारों को न्याय मिल सके उन्होंने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है कि इन शिक्षित बेरोजगारों को न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि संविदाकर्मियों के लिए माहौल को और बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसे लेकर समिति ने अंतिम सुनवाई कर ली है। उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा जोर है कि युवाओं को नौकरी मिले।
कई भर्तियां निकाली गई हैं। रीट के तहत 30 हजार अध्यापकों की भर्ती की जा रही है तथा 3 हजार व्याख्याताओं की रिक्तियां निकलने जा रही हैं। आगे नई भर्तियां और निकाली जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा इन शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी पर रखा जा सके।
Web Title: Lecturer Recruitment in Rajasthan: 30 thousand lecturer hired