यह फंड चार चरणों में जारी किया जाएगा और पहले चरण को जनवरी 2019 तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा। एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, समाज सामाजिक विज्ञान में प्रगति किए बिना तरक्की नहीं कर सकता। प्रौद्योगिकी बहुत जरूरी है लेकिन प्रौद्योगिकी जीवन नहीं है। मानविकी में करने के लिए बहुत कुछ है। यह एक बहुत बड़ा विकास है।
भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) इस कार्य को लागू करेगा और योजना पर निगरानी रखेगा। मंत्री ने कहा कि अनुसंधान फंड आईसीएसएसआर को सरकार द्वारा आवंटित वार्षिक अनुदान 250 करोड़ रुपये के अतिरिक्त दिया जाएगा। योजना में देश और लोकतंत्र, शहरी बदलाव, मीडिया संस्कृति एवं समाज, कानून एवं अर्थव्यवस्था समेत अन्य विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।