कप्यूटर के की-बोर्ड पर काम करते हुए मुझे यह लगने लगता था कि मेरे की-बोर्ड से किसी पियानो की तरह सुर निकलने चाहिए। बचपन में कर्नाटक संगीत सीखा था और ऑफिस से निकलते ही मैं अपने म्यूजिक और लाइव शो की तैयारियों में व्यस्त हो जाता था। एक दिन ऐसा भी आया कि दोनों में बैलेंस बना पाना मुश्किल हो गया और मैंने एक को चुन लिया।
आइए, कुछ नया करें मैंने एक सांस में पूरा गाना गाते हुए ‘ब्रेथलेस’ एलबम निकाला। बंधे-बंधाए ढर्रे पर चलने की बजाय रचनात्मक बनिए, तभी आप नई राह बनाने वाले कहला पाएंगे। हर बार जब आप कुछ करना चाहते हैं, तो आपको एक नया या अप्रयुक्त क्षेत्र देखना चाहिए। मुझे यकीन है कि संगीत में, व्यवसाय में, कला में, चित्रकला में, नृत्य में हर कहीं ऐसी गुंजाइश है। उन्हें तलाश कर ही आप दूसरों से अलग कहला सकते हैं। आपको हमेशा कुछ न कुछ नया करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
काम आता है सीखा हुआ आज मैंने एक मुकाम हासिल कर लिया है लेकिन सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर के रूप में मैंने जो भी सीखा वह व्यर्थ नहीं गया। उसी पढ़ाई की बदौलत मैंने 2011 में ऑनलाइन म्यूजिक स्कूल, शंकर महादेवन म्यूजिक एकेडमी डाली। आप जो भी सीखने में जितना भी समय देते हैं, वह कई गुणा होकर आपको वापस मिलता है।
गहराई में उतर जाइए आप मुझे संगीत का सुपरमार्केट कह सकते हैं। मैं केवल संगीत पर ध्यान केंद्रित कर सकता हूं लेकिन संगीत के भीतर भी अन्वेषण करने के लिए कई शाखाएं हैंं। मैं गहराई में उतरना चाहता हूं। गजल, फिल्म संगीत, फ्यूजन, वेस्टर्न म्यूजिक, जिंगल्स की ओर मेरी दिलचस्पी मेरी रुचि का हिस्सा है और सीखते चले जाने की मुझमें अदम्य लालसा है।