पराग पाठक नेपाल की राजधानी काठमांडू के रहने वाले हैं। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से मैथ्स में स्नातक और मास्टर्स की डिग्री पूरी की है। २००८ में तीस साल की उम्र में मौसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में फैक्लटी के तौर पर काम शुरू किया। एमआईटी में ‘स्कूल इफेक्टिवनेस एंड इनइक्वेलिटी इनीशिएटिव’ संस्था शुरू की। इसमें इन्होंने स्कूलों के चयन को लेकर बच्चों और अभिभावकों के साथ काम किया। इनकी टीम ने रिपोर्ट बनाई और बताया कि स्कूल का चयन उसकी गुणवत्ता पर नहीं बच्चे की रुचि और उसकी क्षमता के आधार पर तय किया जाना चाहिए।
सस्ती शिक्षा पर दे रहे हैं जोर
दुनियाभर के बच्चों को सस्ती दर पर शिक्षा की व्यवस्था करने के लिए एजुकेशन इकोनॉमिक्स पर काम करने की बात कर रहे हैं। इससे एक तरह की शिक्षा व्यवस्था को लागू कर हर बच्चे को उसकी रुचि के अनुसार शिक्षित करेंगे।
चर्चा में :
हाल ही इन्हें जॉन बेट्स क्लार्क मेडल-2018 से सम्मानित किया गया है। ये अवॉर्ड 40 साल की उम्र से कम के अर्थशास्त्री को बेहतरीन काम के लिए अमरीकन इकोनॉमिक्स एसोसिएशन द्वारा हर साल दिया जाता है।
2014 में अमरीका के एमआईटी कॉलेज में इकोनॉमिक्स विभाग के प्रोफेसर बने।