उधर, नीट यूजी काउंसलिंग बोर्ड ने अधिसूचना जारी कर कहा है कि कुछ छात्रों ने ऑल इंडिया की दूसरी काउंसलिंग में सीट आवंटित होने के बाद राज्य की दूसरी काउंसलिंग में भी अपनी च्वॉइस भर दी है। यह सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार सही नहीं है। अब उन विद्यार्थियों को हटाए जाने की कार्यवाही प्रक्रिया में हैं, जिसके पूरी होने के बाद ही परिणाम जारी होगा।
इसलिए हुई परेशानी
गत वर्ष प्रदेश की दूसरी चरण की काउंसलिंग ऑफलाइन होने के कारण उन्हीं विद्यार्थियों को अनुमति दी गई थी, जिन्होंने दूसरी जगह प्रवेश नहीं लिया था। इस बार च्वॉइस फिलिंग करने की प्रक्रिया ऑनलाइन है और ऑल इंडिया की ज्वाइनिंग या रिपोर्टिंग डेट से पहले ही थी। दूसरे चरण में आवंटित कॉलेज में ज्वॉइनिंग के बाद कोई विद्यार्थी दूसरी जगह प्रवेश नहीं ले सकता। यह समस्या आने की पहले से आशंका थी। इन्होंने कहा था कि राजस्थान में च्वॉइस फिलिंग को 25 जुलाई के बाद या पूरी काउंसलिंग प्रक्रिया पहले की तरह ऑफलाइन करवाई जानी चाहिए थी।