scriptNEET Exam 2022: साल में 2 बार हो सकता है नीट का एग्जाम | NEET Exam 2022 may be held twice a year | Patrika News

NEET Exam 2022: साल में 2 बार हो सकता है नीट का एग्जाम

Published: Aug 08, 2021 08:02:09 pm

 
 
NEET Exam 2022: नीट एग्जाम साल में दो बार कराने के लिए मंत्रालयी स्तर पर मंथन जारी है। ताजा अपडेट के मुताबिक ठोस परामर्श सामने आने पर अगले शैक्षणिक वर्ष 2022 से नीट एग्जाम का आयोजन साल में दो हो सकता है।

NEET exam

NEET exam 2022

नई दिल्ली। जेईई मेन की तर्ज पर आगामी शिक्षा सत्र यानि 2022 से राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा ( National Eligibility cum Entrance Test ) का आयोजन साल में दो बार हो सकता है। इस प्रस्ताव पर अभी अलग-अलग स्तरों पर गंभीरता से विचार जारी है। शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालयों के विशेषज्ञों व शीर्ष अधिकारियों के बीच इसको लेकर पहले भी बातचीत हुई थी। अभी इस मुद्दे अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। बहुत जल्द फैसला आने की उम्मीद है। बताजा जा रहा है कि ठोस आधार मिलने पर नीट एग्जाम साल में दो बार कराने का फैसला लिया जा सकता है।
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NTA की DG ने दिए संकेत

इस बात के संकेत नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( NTA ) के महानिदेशक विनीत जोशी ने एक मीडिया एजेंसी से बातचीत के दौरान दिए हैं। उन्होंने कहा है कि साल में कई बार मेडिकल एंट्रेंस आयोजित करने की बात अभी खत्म नहीं हुई है। यदि परामर्श को ठोस आधार मिलता है तो संभावना है कि अगले शैक्षणिक वर्ष या नीट 2022 से भी वर्ष में दो बार आयोजित किया जा सकता है। बता दें कि एनईईटी एग्जाम ( NEET ) दो बार कराने को लेकर चर्चा पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुरू की थी। उन्होंने इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्रालय से परमार्श भी मांगा था।
वर्तमान में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए पेन और पेपर मोड यानि ऑफलाइन मोड में नीट परीक्षा आयोजित की जाती है। अभी साल में एक बार नीट परीक्षा आयोजित की जाती है। जबकि इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। इस साल जेईई मेन का आयोजन चार सत्रों में हुआ है।
एसआईओ ने की नीट एग्जाम 2 बार कराने की मांग

नीट की परक्षा साल में दो बार कराने की मांग मेडिकल उम्मीदवार भी कर रहे हैं। इससे पहले, स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया ( SIO ) से संबंधित एक छात्र निकाय ने भी तत्कालीन शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल को एक पत्र लिखा था जिसमें एनईईटी में कई प्रयास करने की मांग की गई थी। एसआईओ ने कहा ने कहा था कि जेईई मेन की तरह मेडिकल और लॉ कॉलेजों के क्षेत्र के करियर बनाने के इच्छुक छात्रों को भी NEET और CLAT में कम से कम साल में दो बार मौका मिलना चाहिए।

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