स्कूली छात्रों के लिए निबंध लेखन में शब्दों की अधिकतम सीमा 1000 शब्द रखी गई है। कॉलेज छात्रों के लिए निबंध की अधिकतम शब्द सीमा 1500 शब्द रखी गई है। प्रतियोगिता में तीनों भाषाओं में निबंध लेखन पर पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार किया जाएगा। प्रतियोगी ‘अटलप्रतियोगिता डॉट कॉम’ पर लाग इन कर प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं। आयोजकों का कहना है कि इस साल यह प्रतियोगिता हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी भाषा में आयोजित की जाएगी। भविष्य में अनुभव के आधार पर मैथिली, अंगिका और भोजपुरी भाषाओं में भी निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी।
पूर्णिया लोकसभा के पूर्व सांसद और पूर्णिया लोकसभा विकास परिषद के संरक्षक उदय सिंह ने कहा, अटल जी बहुआयामी व्यक्तित्व थे। वह कवि, राजनीतिज्ञ, प्रतिष्ठित दार्शनिक और लोकतंत्र के पुरोधा थे, जिन्होंने युवा प्रतिभाओं को हमेशा स्वतंत्रता और निडरता से ज्वलंत और देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण गंभीर विषयों पर चिंतन करने और उन्हें आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया। बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन इन प्रतिभाओं को तराशा या संवारा नहीं जाता और इसलिए उन्हें उचित सम्मान नहीं मिलता।
उन्होंने कहा, हमारी संस्था इन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मेरी सोसाइटी बिहार में उन विषयों पर निबंध प्रतियोगिता शुरू कर काफी सम्मानित महसूस कर रही है जो भारत में समग्र विकास के लिए प्रासंगिक है। पूर्णिया लोकसभा के पूर्व सांसद ने बताया, हालांकि यह निबंध प्रतियोगिता बिहार के सभी जिलों के छात्रों के लिए खुली है, लेकिन पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में पढ़ रहे छात्रों के प्रति मेरी सोसाइटी की विशेष जिम्मेदारी है। इसलिए मेरे निर्वाचन क्षेत्र के जिन प्रतियोगियों का मेरिट सर्टिफिकेट के लिए चयन किया जाएगा, उन्हें हर महीने ‘अटल एजुकेशनल असिस्टेंस प्रोग्राम’ के तहत पढ़ाई और खेलकूद में शानदार प्रदर्शन के लिए हर महीने वित्तीय सहायता भी दी जाएगी।