नीम के तीन कड़वे तत्वों को वैज्ञानिकों ने अलग निकाला है जिन्हें निम्बिन, निम्बिडिन और निम्बिनिन नाम दिए हैं। सबसे पहले 1942 में भारतीय वैज्ञानिक सलीमुजमा सिद्दीकी ने यह काम किया। वे बाद में पाकिस्तान चले गए थे। नीम का यह कड़वा तत्व एंटी बैक्टीरिया, एंटी वायरल होता है और कई तरह के जहरों को ठीक करने का काम करता है।
नासा की केपलर दूरबीन ने इस ग्रह को खोजा है। पृथ्वी से इसकी दूरी 200 प्रकाश वर्ष है। यह पहला मौका है जब दो सूर्यों वाला कोई ग्रह मिला है। यह नए श्रेणी के खोगलीय मंडल की खोज है जो हमारे काम आ सकती है। हमारी आकाशगंगा के ज्यादातर तारे बाइनरी सिस्टम में हैं। दो सूर्य होने का अर्थ है कि दिन खत्म होने पर केपलर 16बी में दो बार सूर्यास्त होता होगा। केपलर 16बी के पास मौजूद बड़ा सूरज हमारे सूर्य का 69 फीसदी है। छोटा सूर्य सिर्फ 20 फीसदी है। इसकी वजह है ग्रह का तापमान भी -73 से -101 डिग्री सेल्सियस के बीच है। इतनी ठंड में वहां इंसान के जीवन के लिए संभावनाएं नहीं हैं। ग्रह चट्टानों और गैसों से भरा हुआ है। केपलर 16बी 229 दिन में अपने दोनों सूर्यों की परिक्रमा पूरी करता है।
छींक एक अनैच्छिक क्रिया है जो किसी बाह्य उद्दीपन या पदार्थ के श्वास नली में आ जाने के कारण होती है। इसका प्रयोजन उसे बाहर निकाल फेंकना होता है। यह प्रक्रिया एक रिफ्लेक्स है, जो स्नायुओं द्वारा संचालित होती है। क्षणभर के अंतराल में श्वासनली की हवा मांसपेशियों के संकुचन से बाहर फेंक दी जाती है। जोर से उत्पन्न झटके का असर आंखों की मांसपेशियों पर भी पड़ता है और ‘आई-बॉल’ को बाहर की ओर धक्का न लगे, इसलिए आंखें कसकर बंद हो जाती हैं।
मछलियां भी सोती हैं, पर उस तरह नहीं जैसा हम समझते हैं। उसकी आंख की पुतलियां बंद नहीं होतीं तो हमें लगता है कि वे जागती रहती हैं। अपने एक्वेरियम में आप ध्यान से देखें तो पाएंगे कि कई बार मछली अपेक्षाकृत शांत या गतिविधिहीन अवस्था में होती है। वही उसकी नींद है।
बर्फ के नीचे के जल का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस हो जाता है। प्रश्न – (6) अंतरिक्ष में जाने के बाद क्या लंबाई बढ़ जाती है?
अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण का बल नहीं होता इसलिए पृथ्वी छोडऩे के बाद अंतरिक्ष-यात्रियों की ऊंचाई एक-दो इंच बढ़ जाती है।