scriptइस जिले में नहीं बंद हुए स्कूल, ठिठुरते हुए स्कूल जाने को बच्चे मजबूर | School does not Closed in Highly cold after Dm Order in Siddharthnagar | Patrika News

इस जिले में नहीं बंद हुए स्कूल, ठिठुरते हुए स्कूल जाने को बच्चे मजबूर

locationसिद्धार्थनगरPublished: Jan 21, 2018 09:09:16 am

Submitted by:

sarveshwari Mishra

30 जनवरी तक स्वेटर बांटने का शासन का है फरमान

सिद्धार्थनगर. ठंड के चलते कई जिले के सभी विद्यालय खुले हैं और मासूम ठिठुरते हुए स्कूल पहुंच रहे हैं। ऐसा मामला यूपी के सिद्धार्थनगर का भी है जहां पर विद्यालय खुले हैं। जिसपर हर कोई यह सवाल कर रहा है कि अन्य जिलों में विद्यालय बंद है जबकि जिले के सभी विद्यालय खुले है। यहां तक कि परिषदीय विद्यालय भी खुले है जहां पर बच्चे ठंड से ठिठुरते हुए स्कूल पहुंच रहे है। लेकिन शासन के फरमान के चलते जिम्मेदार भी कुछ बोलने के बजाय उच्चाधिकारियों के निर्देशों का पालन ठंड की परवाह किए बिना कर रहे हैं। जिसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है।
शासन की मंशा के तहत जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले दो लाख 70 हजार बच्चों में स्वेटर का वितरण किया जाना है। स्वेटर वितरण की शुरूआत 25 दिसम्बर से की गई। जिले के ज्यादातर विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा स्वेटर की खरीद नहीं की जा सकी थी जिसके चतले बमुश्किल दो दर्जन विद्यालयों में ही स्वेटर का वितरण किया गया था। इसके बाद ठंड के कारण लगातार स्कूल बंद चल रहे थे। जिसके चलते न तो स्वेटर की खरीद हो पाई न ही उनका वितरण किया जा सका। ऐसे में13 जनवरी तक स्कूल लगातार बंद रहे। जिसके चलते विद्यालयों में स्वेटर का वितरण नहीं किया जा सका। ऐसे में 30 जनवरी तक हर हाल में सभी विद्यालयों में स्वेटर का वितरण कर इस सबंध में प्रमाणपत्र देने के सरकारी निर्देश ने विभागीय लोगों की चिंता बढ़ा दी। ऐसे में आनन फानन में स्वेटर की खरीद के साथ ही विद्यालयों में स्वेटर का वितरण किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उच्चाधिकारियों के निर्देश के तहत ही जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बाद भी स्कूलों में छुट्टी नहीं की जा रही है जिससे कि शासन की मंशा के तहत सभी विद्यालयों में स्वेटर का वितरण सुनिश्चित किया जा सके। जिसको लेकर विद्यालयों के प्रधानाचार्य हलकान व परेशान है। शासन की मंशा है कि 30 जनवरी तक हर हाल में स्वेटर का वितरण कर दिया जाय लेकिन जिलाधिकारी की मंशा है कि 26जनवरी तक सभी विद्यालयों में स्वेटर का वितरण कर शासन को अवगत कराया जाय। आनन फानन में हो रही स्वेटर की खरीद विद्यालयों के बंद रहने से विद्यालय प्रबंध समितियों द्वारा स्वेटर की खरीद नहीं की जा सकी है न ही स्वेटर खरीदने के लेकर आवश्यक कार्रवाई ही पूरी की जा सकी है। जिससे विद्यालयों में स्वेटर की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में उच्चाधिकारियों की सख्ती के बाद भी जिले के विद्यालयों में स्वेटर का वितरण जोर नहीं पकड़ पा रहा है। अभी तक कितने विद्यालयों में स्वेटर का वितरण किया जा चुका है इसका भी डाटा विभाग के पास नहीं है। विभागीय जिम्मेदारों का कहना है कि 26जनवरी के बाद ही डाटा जुटाया जाएगा। सभी स्कूलों में एक ही फर्म से कराई जा रही खरीद विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा बच्चों के लिए स्वेटर खरीदने के लिए आवश्यक कार्रवाई पूरी नहीं की जा सकी है। जिससे विद्यालयों में स्वेटर की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में जिले के कई विद्यालयों में स्वेटर की आपूर्ति करने वाली एक ही फर्म से स्वेटर की खरीद के लिए कथित रूप से प्रबंध समितियों पर दबाव बनाया जा रहा है। चर्चा है कि उच्चाधिकारी की मंशा के तहत ही जिले के एक ही फर्म से खरीद के लिए विभागीय जिम्मेदारों पर दबाव बनाया जा रहा है। जिसको लेकर विद्यालय प्रबंध समिति के जिम्मेदार असमंजस में है कि कहीं आपूर्ति की गुणवत्ता खराब होने पर उनके उपर कार्रवाई हो सकती है। इसके लिए उच्चाधिकारी द्वारा विद्यालय प्रबंध समिति को निर्धारित फार्मेट पर जानकारी देने के लिए भी निर्देश दिया गया है। स्वेटर की खरीद के लिए विद्यालय प्रबंध समिति स्वतंत्र है, वह कोटेशन के आधार पर अपने स्तर से स्वेटर की खरीद कर बच्चों में उसका वितरण कर सकती है। शासन की मंशा के तहत 30 जनवरी तक सभी विद्यालयों के बच्चों में स्वेटर का वितरण किया जाना है। जिसके लिए सभी को निर्देशित किया गया है।
By- Suraj Singh

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