उज्जैन

Breaking News : जेएनयू की तर्ज पर विक्रम यूनिवर्सिटी में भी न बन जाए हंगामे की नौबत

विक्रम विश्वविद्यालय : पत्रिका ने सबसे पहले किया था खुलासा, प्रभारी कुलसचिव ने की कार्रवाई, तकनीकी अधिकारी मिश्र को दिया प्रभार

उज्जैनNov 19, 2019 / 11:16 pm

rishi jaiswal

विक्रम विश्वविद्यालय : पत्रिका ने सबसे पहले किया था खुलासा, प्रभारी कुलसचिव ने की कार्रवाई, तकनीकी अधिकारी मिश्र को दिया प्रभार

उज्जैन. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्रावास के किराए में बढ़ोत्तरी के विरोध में छात्रों द्वारा किए जा रहे हंगामे की तरह कहीं विक्रम यूनिवर्सिटी में भी ऐसी नौबत न आ जाए। दरअसल, विक्रम विवि में फैलोशिप की राशि दिलाने के नाम पर शोधार्थियों से बेजा राशि वसूलने का मामला सामने आया है। जिसे लेकर छात्र परिषद और अन्य विद्यार्थी उग्र हैं।

फेलोशिप की राशि दिलाने के लिए शोधार्थियों से रुपए वसूलने के मामले में आरोपों से घिरे विक्रम विश्वविद्यालय के सिस्टम इंजीनियर व कम्प्यूटर शाखा प्रभारी विष्णु सक्सेना को मंगलवार को प्रभार से हटा दिया गया। प्रभारी कुलसचिव द्वारा जारी आदेश में उन्हें इस प्रभार से मुक्त करते हुए विवि के तकनीकी अधिकारी डॉ क्षमाशील मिश्र को इसका प्रभार दिया गया।

बता दें, फेलोशिप दिलाने व इसकी प्रक्रिया के नाम पर विवि के सेंटर पर एक निजी व्यक्ति द्वारा विद्यार्थियों से हजारों रुपए एंठे गए हैं। सर्वप्रथम पत्रिका ने विक्रम विश्वविद्यालय में चल रहे इस गड़बड़झाले का खुलासा किया था। खबर के प्रकाशन के बाद विवि में हड़कंप मच गया। उसके बाद छात्र संगठनों ने भी शोधार्थियों से राशि लिए जाने का विरोध करना शुरू कर दिया। लिहाजा मंगलवार को विवि प्रशासन को इस पर एक्शन लेना पड़ा। फिलहाल मामले में अनाधिकृत व्यक्ति या रुपए लेने को लेकर पुलिस में शिकायत नहीं की गई है।
विक्रम विवि में विभिन्न संकाय अंतर्गत अध्ययनरत शोधार्थियों ने विभिन्न योजनाओं में फेलोशिप दिलाए जाने के नाम रुपए मांगने व कुछ ने रुपए लेने की शिकायत दी थी। इसके बाद छात्र संगठनों ने उनके विरोध की आवाज को बुलंद किया। सोमवार को ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने इसके विरोध में जमकर प्रदर्शन किया था और पत्थर से विवि गेट का ताला तोडऩे का भी प्रयास किया था। एेसे में विवि प्रशासन भी हरकत में आया और मंगलवार को प्रभारी कुलसचिव डीके बग्गा ने कम्प्यूटर शाखा प्रभारी विष्णु सक्सेना को प्रभार से हटा दिया। साथ ही मामले में अब विवि प्रशासन अपने स्तर से जांच भी कराएगा।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.