उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को पत्र लिखकर मातनहेल गांव में एक सैनिक स्कूल स्थापित करने का अनुरोध किया था ताकि राज्य के युवाओं का रक्षा बलों में भर्ती होकर राष्ट्र की सेवा करने का सपना पूरा हो सके। पत्र में कहा गया कि हरियाणा से बड़ी संख्या यानि लगभग 10 प्रतिशत युवा नियमित रूप से सशस्त्र बलों में भर्ती होते हैं। पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस ने सात सितम्बर 2003 को स्कूल का शिलान्यास किया था। हालांकि, पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के बावजूद यह परियोजना सिरे नहीं चढ़ सकी।
प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार सैनिक स्कूल के लिए आवश्यक भूमि, भवन, फर्नीचर, परिवहन और शैक्षणिक उपकरणों पर होने वाले समस्त पूंजीगत खर्च के अलावा बाद के खर्चों का एक बड़ा हिस्सा वहन करेगी। स्कूल के लिए उपलब्ध कराई भूमि को पट्ट पर सैनिक स्कूल सोसाइटी को सौंपा जाएगा और रक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार समय-समय पर उसका नवीनीकरण किया जाएगा। राज्य सरकार समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के राज्य के सभी लड़कों को गवर्नर्स बोर्ड द्वारा समय-समय पर तय दरों और आय स्लैब के आधार पर छात्रवृत्तियां भी प्रदान करेगी।