ये है फूड साइंस और फूड प्रोसैसिंग इंजीनियरिंग
फूड साइंस अथवा फूड टैक्नोलॉजी एक ऐसी कला है जिसमें खाद्य पदार्थों के उत्पादन, प्रसंस्करण संरक्षण और विपणन जैसे कार्य शामिल होते हैं। एक फूड साइंस प्रोफैशनल के तौर पर खाद्य पदार्थों के भौतिक, रासायनिक और जैवकीय लक्षणों का अध्ययन करना होता है। अप्लाइड साइंस की इस शाखा में बायाकैमिस्ट्री, कैमिकल इंजीनियरिंग और फिजीकल साइंस के मूलभूत सिद्धांतों की पढ़ाई करनी होती है।
संभावनाओं का क्षेत्र
खाद्य पदार्थों की मांग लगातार बढऩे की वजह से औद्योगिक स्तर पर प्रोफैशनल्स के लिए संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। भारत में खाद्य पदार्थों की खरीदारी, भंडारण, परिवहन और वितरण की जिम्मेदारी भारतीय खाद्य निगम के जिम्मे है जो बड़ी संख्या में सामान्य स्नातकों से लेकर प्रोफैशनल कोर्स करके आने वाले लोगों को रोजगार उपलब्ध कराता है। इसके अलावा आप खाद्य तेलों, पेय पदार्थों के बिजनेस जुड़ी कम्पनियों और रिटेल मार्केट में आसानी से जॉब पा सकते हैं।
यहां मिलेंगे मौके
दुनिया भर में बढ़ते शहरीकरण और बदलती जीवनशैली की वजह से फूड प्रोसैसिंग टेक्नोलॉजी का महत्व तेजी से बढ़ रहा है। फूड साइंस या फूड टैक्रोलॉजी प्रोफैशनल्स के तौर पर आप फूड टैक्रोलॉजी लैब या क्वालिटी कंट्रोल विभाग में करियर की शुरूआत कर सकते हैं। फूड साइंस में अंडरग्रैजुएट और मास्टर्स करके आप लैबोरेटरी, कैटरिंग, रेस्तरां, हॉस्पिटल के साथ-साथ बेकरी, मीट, पॉल्ट्री, फूड पैकेजिंग आदि क्षेत्रों में अच्छी सेलेरी वाली जॉब पा सकते हैं।
ऐसे करें पढ़ाई
12वीं कक्षा फिजिक्स, कैमिस्ट्री, बॉयोलॉजी या मैथ्स विषयों के साथ करने के बाद आप तीन वर्षीय या चार वर्षीय फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी का कोर्स कर सकते हैं। यदि आप उच्च शिक्षा या रिसर्च में कॅरियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए पीएच.डी. करनी होगी।
ये क्षेत्र देते हैं रोजगार
फार्मा-बायोटैक, डेयरी फार्म, एफ.एम.सी.जी., रिटेलर, हैल्थकेयर, फूड पैकेजिंग, बेकरीज व कंफैक्शनरीज तथा फूड मैन्युफैक्चरिंग व प्रोसैसिंग।