क्या होगी योग्यता
उम्मीदवारों को पोस्ट ग्रेजुएशन में 55 प्रतिशत अंक प्राप्त होने चाहिए। रिजव्र्ड श्रेणी के उम्मीदवारों के पोस्ट ग्रेजुएशन में 50 फीसदी अंक होने चाहिए। जो उम्मीदवार 19 सितंबर, 1991 में पोस्ट ग्रेजुएट हुए हैं, उन्हें 5 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए उम्मीदवार की आयु 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। एससी, एसटी, ओबीसी, पीडबल्यूडी, ट्रांसजेंडर और महिला उम्मीदवार के लिए ५ वर्ष की छूट देय होगी।
देने होंगे दो पेपर
पहले परीक्षा तीन अनुभागों में बांटी जाती थी। अब से दो अनुभागों में परीक्षा आयोजित की जाएगी। पहले पेपर में 1 में 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्न अनिवार्य प्रश्न होंगे और प्रत्येक प्रश्न के दो अंक होंगे। इसके जरिए उम्मीदवारों की शिक्षण व अनुसंधान अभिरुचि का निर्धारण करना है। यह प्राथमिक रूप से उम्मीदवारों की तार्किक क्षमता, व्यापक, विभिन्न सोच और सामान्य जागरूकता का परीक्षण करने के लिए डिजाइन किया जाएगा। दूसरे पेपर में उम्मीदवार द्वारा चयन किए गए विषय पर आधारित 100 वस्तुनिष्ठ प्रकार के अनिवार्य प्रश्न होंगे और प्रत्येक प्रश्न के दो अंक होंगे।
परीक्षा शुल्क और पैटर्न
जनरल श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 1000 रुपए परीक्षा शुल्क देना होगा, जबकि ओबीसी वर्ग के छात्रों को 500 रुपए और एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी, ट्रांसजेंडर वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए 250 रुपए परीक्षा शुल्क देय होगा। कैंडिडेट आवेदन फीस का भुगतान क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग से कर सकते हैं। ऑफलाइन के लिए बैंक ई-चालान से पेमेंट कर सकते हैं। परीक्षा में ऑब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं और उम्मीदवार को सीबीटी (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) देना होगा। 84 विषयों के लिए यह परीक्षा 91 शहरों में आयोजित की जाएगी।
यूं करें ऑनलाइन एप्लाई
सबसे पहले संस्थान की अधिकारिक वेबसाइट cbsenet.nic.in पर जाएं। होमपेज पर यूजीसी नेट 2019 के लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद उम्मीदवार आवेदन पत्र में आवश्यक जानकारी भरें। फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करने के बाद आवेदन शुल्क जमा कर दें। फॉर्म सबमिट करने के बाद डाउनलोड करके प्रिंटआउट निकाल सकते हैं। यूजीसी नेट एग्जाम 84 विषयों के लिए देश के 91 शहरों में आयोजित की जाएगी। नेट क्वालीफाई करने वाले अभ्यर्थी भारत के किसी भी यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर वैकेंसी में आवेदन के लिए पात्र होंगे। बिना नेट पास किए कोई अभ्यर्थी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर नहीं बन सकता है।