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अभी तक यूनिट दो फाइनेंशियल एंड मैनेजमेंट अकाउंटिंग होती थी जिसे बदल कर अकाउंटिंग एंड ऑडिटिंग कर दिया गया है। इसमें मानव संसाधन अकाउंटिंग, मुद्रास्फीति, लेखांकन और पर्यावरण लेखांकन पर जोर है। यूनिट पांच व्यावसायिक सांख्यिकी तथा शोध विधि है। शोध के लिए थीसिस तैयार करने में फायदेमंद है। इसमें परिकल्पना परीक्षण के लिए कई नए टेस्ट भी शामिल किए गए हैं।
पेपर में 100 सवाल होंगे। इन्हें हल करने के लिए दो घंटे का समय मिलेगा। तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बेहतर होगा कि वह पिछले वर्ष के पेपर से रेफरेंस लेकर तैयारी करें। नए सिलेबस के हिसाब से किसी बड़े प्रकाशक के सैम्पल पेपर्स का अभ्यास करना भी ठीक रहेगा। 11वीं कक्षा से लेकर एम. कॉम. तक की किताबों का सारांश पढ़ना भी अच्छे मार्क्स दिलाएगा।
GST को जोड़ा गया
UGC-NET के कॉमर्स पेपर में पहले इलैक्टिव में आयकर कानून तथा कर प्लानिंग होता था। अब आयकर कानून और निगम कर हो गया है। व्यवसाय के कानूनी पहलुओं पर भी जोर दिया गया है। नए सिलेबस में भारतीय संविदा अधिनियम 1872, माल विक्रय अधिनियम 1930ए प्रक्राम्य लिखित अधिनियम 1881, कंपनी अधिनियम 2013, प्रतिस्पर्धा अधिनियम 2002, आईटी एक्ट 2000, सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के साथ बौद्धिक संपदा अधिकार और जीएसटी को भी जोड़ा गया है। अतः इनकी भी सही से तैयारी करें।