इसके अलावा, यूजीसी ने संस्थानों को सुझाव दिया है कि वे छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन इंटर्नशिप या गतिविधियों को करने की अनुमति दे जिसमें वे गतिविधियां भी शामिल हो जिन्हें डिजिटली या घर से किया जा सकता हो। उन्हें इंटर्न के रूप में काम करने के लिए शामिल करें, इंटर्नशिप की तारीखों को देरी से शुरू करें, सौंपे गए कार्य के साथ मिलाकर इंटर्नशिप के समय को घटा दें आदि। यूजीसी ने कहा कि ये दिशा-निर्देश केवल सांकेतिक हैं, और संस्थानों को अपने क्षेत्रों में स्थिति के आधार पर निर्णय लेना होगा और छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता के आधार पर रखना होगा।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (All India Council for Technical Education) (AICTE) ने अंतिम सेमेस्टर को एक समय के उपाय के रूप में इंटर्नशिप के अपने नियम को भी बदल दिया है। एआईसीटीसीई (AICTE) ने इस वर्ष केवल छात्र-छात्राओं के लिए डिजिटल या घर से इंटर्नशिप करने की घोषणा की थी। एआईसीटीसीई (AICTE) ने आधिकारिक घोषणा जारी कर कहा था कि संस्थान अपने स्टूडेंट्स को निर्देश जारी कर कहें कि वे ऐसे इंटर्नशिप काम नहीं लेें जिसमें घूमना-फिरना पड़े, बाहरी लोगों से संपर्क करना पड़े आदि। हालांकि, ऐसे इंटर्नशिप कार्य चल सकते हैं जिनमें कंपनियां स्टूडेंट्स को घरों से काम करने की इजाजत दे रखी हो।