स्कूल प्रशासन की ओर से 26 जनवरी को बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें प्रवासी ग्रामीण टीकमराम ने 50 हजार रुपए देने की घोषणा के बाद ग्रामीणों ने तीन लाख रुपए नकद देने की घोषणा की। ग्रामीण वेलाराम ने सीसीटीवी कैमरे लगाने की घोषणा की।
गांव के पुणे में निवास करने वाले प्रवासियों ने भी बैठक में भाग लिया था। उनका कहना था कि शिक्षक मॉर्डन स्कूल जैसा अध्ययन कराने को तैयार है तो वे भी अगले सत्र से बच्चों का प्रवेश गांव के ही स्कूल में करवाएंगे।
अभी मात्र 97 विद्यार्थी
गांव के माध्यमिक स्कूल में अभी केवल 97 बच्चे है। स्कूल का ग्रामीणों के सहयोग से विकास करवाया जा रहा है। ग्रामीणों ने अगले सत्र से सभी बच्चों का प्रवेश यहां कराने का संकल्प किया है। अभी करीब 250 बच्चे अन्य स्कूलों में पढ़ रहे है। -जोराराम विश्नोई, प्रधानाध्यापक, राजकीय माध्यमिक विद्यालय, सरदारपुरा की ढाणी