विश्वविद्यालय में मौजूदा सत्र के लिए विद्यार्थियों से परीक्षा आवेदन भरा लिए गए, लेकिन पिछले सत्र के पुनर्मूल्यांकन परिणाम जारी नहीं किए। जो परिणाम जारी हुए, उनमें भी परीक्षा कार्य देखने वाली फर्म ने परिणामों को अपडेट नहीं किया। इसके चलते जो छात्र रीवैल में पास हो गए, उनसे भी विश्वविद्यालय ने ड्यू पेपर के आवेदन भ्भरा कर अतिरिक्त शुल्क वसूल लिया। राजस्थान पत्रिका ने सोमवार के अंक में इसे प्रकाशित किया तो कुलपति ने पूरे मामले में हस्तक्षेप किया और छात्रों को राहत मिली।