अब फिटनेस जांच के बाद ही रोपवे संचालन की अनुमति
देवी बम्लेश्वरी मंदिर प्रांगण में हादसे के बाद से रोप-वे का संचालन नहीं किया जा रहा है।जब तक फिटनेस रिपोर्ट नहीं देंगे तब तक संचालन की अनुमति प्रशासन नहीं देगा।
Now Fitness inquiry after an ropeway operate allowed
राजनांदगांव. देवी बम्लेश्वरी मंदिर प्रांगण में हादसे के बाद से रोप-वे का संचालन नहीं किया जा रहा है। लगभग छह दिनों से रोप-वे परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है। इस कंपनी के इंजीनियर, ईएनएस के अनुविभागीय अधिकारी संतोष झारिया व सीएसईबी के इंजीनियर जब तक रोप-वे की फिटनेस रिपोर्ट नहीं देंगे तब तक संचालन की अनुमति प्रशासन नहीं देगा।
संचालन पर ब्रेक लग सकता है
कंपनी के इंजीनियरों और प्रशासन के इंजीनियरों की रिपोर्ट का पहले मिलान किया जाएगा। रिपोर्ट अंतर आने पर संचालन पर ब्रेक लग सकता है। हालांकि प्रशासन नवरात्रि के मद्देनजर यह कवायद कर रहा है कि जांच जल्द पूरी हो, क्योंकि नवरात्रि में हजारों दर्शनार्थी दर्शन के लिए आते हैं।
10 कर्मचारियों का बयान नहीं हो पाया
प्रशासन की ओर से छह अफसरों की टीम गठित कर मामले की जांच कराई जा रही है। जांच टीम ने अब तक रोप-वे के मैनेजर व हादसे में घायल हुए रायपुर निवासी राधेमोहन मिश्र का बयान लिया है। हादसे के वक्त रोप-वे परिसर में मौजूद रहे 10 से 12 कर्मचारियों का अभी बयान नहीं हो पाया है।
ट्राली में रोप-वे कर्मचारी भी बैठे थे
सूत्रों के अनुसार जिस वक्त हादसा हुआ, पलटने वाली ट्राली के आगे वाली ट्राली में रोप-वे कर्मचारी भी बैठे थे जाकि तार हिलने के बाद तत्काल रोप-वे से कूद गए थे जो कि घायलों को बचाने के लिए सामने नहीं आए।
प्रबंधन से पूछताछ तक नहीं हुई
इस मामले में जांच टीम में शामिल अफसरों का कहना है कि प्रबंधन से पूछताछ नहीं की गई है बल्कि रोप-वे की देखरेख करने वाले बीरबल जंघेल से बयान लिया गया है। उक्त व्यक्ति के पास कोई डिग्री नहीं है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि अफसरों ने अब तक सिर्फ प्रबंधन के अंतर्गत कार्य करने वाले कर्मचारी से पूछताछ की है।
मांगी गई है रिपोर्ट
एसडीएम डोंगरगढ़ सीएल मारकंडे ने कहा कि प्रशासन की ओर से तकनीकी अफसरों को रोप-वे की फिटनेस जांच करने निर्देशित किया गया है। कंपनी से भी रिपोर्ट आएगी। दोनों का मिलान किया जाएगा। इसके बाद ही संचालन की अनुमति दी जाएगी।