लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर पुलिस ने लाठियां भांजी। शिक्षा मित्रों का वेतन भी 3 वर्षों से अटका हुआ था। सुबह प्रदर्शन के बाद लाठियां खा चुके शिक्षा मित्रों के मरहम लगाने का काम सरकार ने शाम को किया। शिक्षा मित्रों के सरकारी विद्यालयों में बच्चों की पढाई भी अटकी पड़ी थी। शिक्षा मित्र अपने वेतन को लेकर भी सड़कों पर उतर चुके। शिक्षा मित्रों ने शिक्षक में अपने अनुभव के आधार पर भर्ती प्रक्रिया में छूट का प्रावधान भी माँगा है। वहीँ समायोजन को लेकर भी बड़ा विरोध हुआ है। हाल ही में मध्यप्रदेश में भी अतिथि शिक्षकों को लेकर भी सरकार ने झुककर बड़ा कदम उठाया। अतिथि शिक्षकों को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करने के लिए पोर्टल जारी किया। सरकार आगामी चुनाव को देखते हुए अतिथि शिक्षकों के पक्ष में कुछ अच्छा फैसला सुना सकती है। जल्द ही भर्ती में अनुभव के आधार पर छूट का प्रावधान या अतिथि शिक्षक को वरीयता में रखकर भी वोटबैंक जोड़ सकती है।