भाजपा को सत्ता से उतारने के लिए सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूरी ताकत झोंकी हुई है। रालोद से गठबंधन के बाद अब सपा अध्यक्ष अन्य छोटे दलों से भी गठबंधन करने की तैयारी में हैं। इस चुनावी माहौल में अखिलेश यादव की रथयात्रा भी प्रदेश में चल रही है। एक तरफ अखिलेश ने पूर्वी यूपी में सुलेहदेव भारतीय समाज पार्टी को साध लिया है तो वहीं पश्चिम यूपी में रालोद के साथ राजनैतिक डील पक्की कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक जयंत चौधरी की पार्टी रालोद को पश्चिम यूपी में 35 सीटों पर सहमति मिल चुकी है।
यह भी पढ़े: इन मुददों के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी सपा, संकल्प रैली से करेगी परिवर्तन की शुरूआत इस सीटों पर रालोद को समर्थन देगी समाजवादी पार्टी रालोद मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा,बागपत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, शामली जैसे जिलों में मजूबती से चुनाव लड़ने की स्थिति में है। एक तरफ जहां पश्चिम यूपी की सीटों पर रालोद को सपा से चुनावी लाभ मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर ब्रज के बड़े क्षेत्र में समाजवादी पार्टी को रालोद से गठबंधन का फायदा मिल सकता है।
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक किसान आंदोलन के चलते जाटों और किसानों की भाजपा से नाराजगी का राजनैतिक लाभ रालोद को मिलने की पूरी उम्मीद है। इसके अलावा चौधरी अजित सिंह की मौत के बाद जयंत चौधरी का यह पहला चुनाव है। ऐसे में उन्हें सहानुभूति की लहर का भी इस चुनाव में फायदा मिल सकता है।