AAP कैंडिडेट जीवनज्योत कौर बेशक बहुत बड़ा नाम नहीं हों, मगर यहाँ झाड़ू की लहर थी। इनके बीच BJP ने अकाली दल से अलग होने के बाद अमृतसर ईस्ट सीट पर उपस्थिति दर्ज कराने के मकसद से रिटायर्ड IAS अफसर जगमोहन राजू पर दांव खेला था। नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया दोनों ही नेता का ही रिकार्ड रहा है कि वो यहाँ कोई विधानसभा चुनाव नहीं हारे हैं। इतने बड़े नेताओं के बावजूद 'पैड वूमैन' जीवनज्योत कौर ने अपनी जीत से सभी को हैरान कर दिया। जीवनज्योत कौर से नवजोत सिंह सिद्धू 32929 मतों के अंतर से और मजीठिया 25188 मतों के अंतर से हारे हैं।
कौन है जीवनज्योत कौर?
आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार जीवनज्योत कौर एक समाज सेविका हैं और वो श्री हेमकुंट एजुकेशन सोसायटी की संस्थापक हैं। इस संस्था के जरिए वो जरुरतमंद बच्चों को शिक्षा मुहैया करवाती हैं। पंजाब में जीवनज्योत कौर 'पैड वुमैन' के नाम से मशहूर हैं क्योंकि वो प्लास्टिक सैनेटरी पैड के इस्तेमाल के दुष्प्रभावों के बारे में सभी महिलाओं को जागरूक करने का काम करती हैं और उन्हें शिक्षित करती हैं। उन्होंने एक स्विस कंपनी के साथ करार किया हुआ है जिसके माध्यम से वो ग्रामीण महिलाओं को मुफ्त में सैनिटरी पैड उपलब्ध कराती हैं।
इस बार अमृतसर ईस्ट सीट से कुल 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। यहां बीजेपी गठबंधन ने जगमोहन सिंह राजू को प्रत्याशी बनाया था जो 7286 मतों के अंतर से हारे हैं। राजू तमिलनाडु कैडर के आइएएस थे। कुछ दिन पहले ही उन्होंने वीआरएस लेकर राजनीति में एंट्री की है। इस सीट पर हिंदू वोट काफी हैं।